नई दिल्ली:  मोतिहारी के डुमरिया घाट थाना क्षेत्र के खजुरिया में सात वर्षीय मासूम के अपहरण के बाद हत्या के मामले में पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल की है. अपहरण और हत्या की इस घटना का खुलासा 24 घंटे के अन्दर करते हुए पुलिस ने घटना में शामिल पिता-पुत्र समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है.


पुलिस ने बताया कि इस पूरी घटना में नौवीं वर्ग में पढ़ने वाले सुखजीत गिरी का अहम रोल रहा उसी ने बिजली के तार से गला घोंट कर बच्चे की हत्या की. उसके पिता बच्चा गिरी ने शव को ठिकाने लगाया और सुखजीत के एक दोस्त चंचल सिंह उर्फ़ सत्यम ने ही मृत बच्चे के पिता से दस लाख की रंगदारी मांगी. पुलिस उसके एक और साथी की तलाश कर रही है.

दरअसल,सुखजीत गोपालगंज के दीघा में स्थित एक निजी विद्यालय में पढ़ता है. जहां उसकी दोस्ती अपराधिक मानसिकता वाले लोगों से हो गई. उसके बाद उसने अपने गांव के ही दवा व्यवसायी के सात वर्षीय पुत्र ज्ञान प्रकाश गुप्ता उर्फ़ प्रिन्स की हत्या और रंगदारी मांगने का प्लान बनाया.

प्रिन्स के अपहरण के लिए दो बार पहले भी इन लोगों ने प्रयास किया था. लेकिन सफलता नहीं मिली थी. पिछले 12 मार्च की शाम में सुखजीत के पिता के स्कूल में खेलने आए प्रिंस को उसने अकेले पाकर अपने पास बुलाया और उसका गला घोंटकर हत्या कर दी.

हत्या करने के बाद उसी रात में प्रिंस के पिता से सुखजीत के दोस्त ने दस लाख रंगदारी मांगी और प्रिंस के शव को घटनास्थल से 200 मीटर दूर स्थित निर्माणाधीन भवन में बोरे में बंद कर छुपा दिया. फिर सुखजीत ने 13 मार्च को अपने स्कूल जाकर परीक्षा भी दी.

इधर बच्चे प्रिन्स के घर ना लौटने से परेशान पिता ने स्थानीय थाना में शिकायत दर्ज कराई. जिसके बाद हरकत में आई पुलिस ने छानबीन कर इस घटना का खुलासा किया. इस मामले में पुलिस ने अब तक तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तारी के बाद इन लोगों ने बच्चे की हत्या कर दिए जाने का खुलासा किया. एस.पी. उपेन्द्र शर्मा ने बताया कि शुरू से ही छोटी-मोटी चोरी करने वाला सुखजीत ने ज्यादा पैसा कमाने और अपने महंगे शौक को पूरा करने के लिए इस घटना को अंजाम दिया था.