नई दिल्ली: बस चालक की समझदारी ने एक युवक की जान बचा दी. देश की राजधानी में इंसानियत का ये उदाहरण पेश किया गया है. कल्सटर स्कीम बस ड्राइवर ने यह मिसाल पेश की है. अगर सही समय पर उसने सही निर्णय नहीं लिया होता तो शायद 25 साल के युवक की जान को बचना बहुत ही मुश्किल था.


विकास राव बस लेकर जा रहे थे तभी खून से लथपथ एक युवक मदद मांगता हुआ नजर आया. उन्होंने न सिर्फ बस रोकी बल्कि बहुत ही फुर्ती से घायल युवक के मोबाइल से ही उनके परिजनों को फोन कर दिया और मौके पर तुरंत ही मदद मंगा ली. जिससे समय रहते युवक को इलाज मिल गया.


युवक के गले पर चाकू से वार किया गया था. यही नहीं पुलिस ने दो लोगों को इस मामले में गिरफ्तार भी किया है जिन्होंने कथित तौर पर युवक को चाकू मारी थी. इंसानियत की यह मिसाल देख कर न सिर्फ बस चालक गौरवान्वित हैं बल्कि इलाके के सभी लोग चालक को सैल्यूट कर रहे हैं.


घायल युवक की पहचान इब्राहिम के तौर पर हुई है. उसकी हालत खतरे से बाहर बताई गई है. पूछताछ में पता चला कि दोस्तों से ही झगड़े के दौरान चाकू से वार हो गया. युवक अपने दोस्त के पिता के यहां ही कोई नौकरी करता था. लेकिन, अब उसने नौकरी छोड़ने का फैसला किया था. इसी बात को लेकर झगड़ा हुआ था.


चालक ने मीडिया को बताया कि वह अपने कंडक्टर लोकेंद्र के साथ शनिवार रात को अपने नरेला-रानी खेड़ा रूट पर जा रहा था. राजस्थान के झुंझनू जिले के रहने वाले विकास पिछले ही साल दिल्ली आए हैं. वे रात को ही बस चलाते हैं.


उनके अनुसार रात करीब 12 बजे नरेला से वो बस लेकर निकले थे. बवाना के पास उन्होंने देखा कि खून से लथपथ एक युवक बस के सामने आकर मदद मांग रहा है. उन्होंने तुरंत बस रोकी और देखा की उसके गले में वार किया गया है जहां से खून बह रहा है. इसके बाद उन्होंने लोकेंद्र की मदद से उसे बस में बैठाया.


वह शहर में नए थे इसलिए उन्हें अस्पताल का पता नहीं था लेकिन कंडक्टर के बताए रास्ते पर चल कर वे अस्पताल पहुंच गए. रास्ते में उन्होंने इसकी सूचना पुलिस को भी दे दी. उन्होंने बताया कि ऐसे मामलों में लोग रात को नहीं रुकते हैं लेकिन घायल आदमी को छोड़कर हटना उनके लिए मुमकिन नहीं था.


यह भी पढ़ें: 


कोलकाता: पुलिस वाले ही निकले ड्रग रैकेट के 'मास्टरमाइंड', दो कांस्टेबल गिरफ्तार


कोलकाता पुलिस ने पकड़ा 'आतंकी', मुर्शिदाबाद में छिपा बैठा था