लखनऊ: उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले में दलित लड़कियों की मौत के मामले में ट्वीट करने वालों पर कार्रवाई हुई है. पुलिस का आरोप है कि ट्वीट के जरिए झूठी और भ्रामक सूचनाएं फैलाने वालों पर एफआईआर की गई है. इस मामले में आठ ट्विटर हैंडल्स को चिह्नित किया गया है. उनके संचालकों पर जल्द शिकंजा कस सकता है.


पुलिस अधिकारियों ने जानकारी दी कि जिन खातों के खिलाफ कार्रवाई की गई है उसमें निलिम दत्त, मोजो स्टोरी, जनजागरण लाइव, सूरज कुमार बौध, विजय आंबेडकर यूपी, अभय कुमार आजाद 97, राहुल दिवाकर आदि शामिल हैं. पुलिस अन्य ट्वीट्स पर भी नजर रखे हुए है. माना जा रहा है कि अन्य लोगों पर भी कार्रवाई हो सकती है.


इससे पहले पुलिस ने पूर्व सांसद एवं कांग्रेस नेता उदित राज के खिलाफ भी प्राथमिकी दर्ज की थी. इस मामले को लेकर काफी ट्वीट हो रहे हैं और साथ ही सरकार और पुलिस व्यवस्था पर सवाल भी उठाए जा रहे हैं. इस बीच फेक न्यूज के मद्देनजर पुलिस ने यह कदम उठाया है.


गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले के असोहा इलाके के बबुरहा गांव के बाहर बुधवार को दलित बिरादरी की तीन युवतियां बेसुध मिली थीं. अस्पताल ले जाने पर उनमें से दो को मृत घोषित कर दिया गया था. लड़कियों के पोस्टमार्टम की रिपोर्ट का इंतजार है. उसी के आधार पर मौत का कारण स्पष्ट किया जा सकेगा.


इधर दो बहनों के शव खेत में मिलने पर समाजवादी पार्टी के MLC और उन्नाव से आने वाले सुनील साजन ने योगी सरकार पर निशाना साधा था. उन्होंने कहा, आज फिर एक बार उन्नाव की घटना ने पूरे प्रदेश को शर्मसार कर दिया है. उत्तर प्रदेश में जंगल राज है. पिछड़े और दलित समाज की बेटियां सुरक्षित नहीं हैं.


उन्नाव के पुलिस अधीक्षक आनंद कुलकर्णी ने बताया था कि बबुरहा गांव में एक ही परिवार की 15, 14 और 16 साल की तीन लड़कियां दोपहर करीब तीन बजे जानवरों के लिए चारा लेने घर से निकली थीं. देर शाम तक वापस ना आने पर परिजनों ने उनकी तलाश की तो वे तीनों गांव के बाहर खेत में मिली और वे एक दुपट्टे से बंधी हुई थी.


यह भी पढ़ें: 


दिल्लीः पति की हत्या के आरोप में पुलिस ने पत्नी को किया गिरफ्तार, जानें- कैसे उगला सच


सरकारी रायफल से ही कर दी शादी में 'हर्ष फायरिंग', हो गई है FIR