नई दिल्ली: सीबीआई ने बुधवार को एक प्राइवेट कॉन्ट्रैक्टर सुरिंदर मित्तल को पीएमओ के लेटर के साथ फर्जीवाड़ा करने के लिए के गिरफ्तार किया है. फरवरी, 2019 को पीएमओ यानि प्रधानमंत्री कार्यालय की तरफ से एक शिकायत दाखिल कराई गई थी, इस शिकायत में कहा गया था कि मुंबई में प्रॉपर्टी के संदर्भ में एक लेटर का इस्तेमाल किया गया जिसपर फर्जी तौर पर ज्वाइंट सेक्रेट्री रैंक के ऑफिसर का दस्तखत था.
इस लेटर में महाराष्ट्र के उस वक्त के मुख्य मंत्री को संबोधित करते हुए कहा गया था कि नवी मुंबई के एक प्रॉपर्टी के मामले में विलायती राम मित्तल को फेवर करें. इसमें जिस फेवर की बात की गई थी वो ज़मीन की प्लाट (CTS number 418) बांद्रा इस्ट के गौसिया कंपाउंड है. हालांकि, पीएमओ की इसकी जानकारी मिल गई थी. सीबीआई को पीएमओ ने बताया कि उनकी तरफ से ऐसा कोई लेटर जारी ही नहीं किया गया है.
सीबीआई को पीएमओ ने ये भी बताया कि इस फर्जी लेटर में, लोकल अथॉरिटी को बायस्ड बताते हुए कहा गया था कि ये बाकी डेवलपर्स की मदद नहीं कर हैं. लेटर में ये भी कहा गया था कि गौसिया कंपाउंड के सेक्रेटरी ने 11 दिसंबर 2017 को सर्वोच्चय ग्रीवांस रिड्रेसल कमिटी और रिहैबिलिटेशन कमिटी के सामने एक एप्लिकेशन पेश किया था जिसके साथ इस फर्जी लेटर की कॉपी भी लगाई गई थी.
सीबीआई ने क्लेम किया है कि उसने जांच में ये पाया है कि सलीम शेख जो कि बांद्रा ईस्ट गौसिया कंपाउंड के सेक्रेट्री हैं और आरोपी सुरिंदर मित्तल के पास तथाकथित रूप से उस लेटर की कॉपी मैजूद थी जो कि 27 दिसंबर, 2017 की तारीख का था. इस कॉपी को अथॉरिटी के सामने एक असली लेटर के तौर पर पेश किया गया.