गुड़गांव: गुड़गांव के प्रद्युम्न हत्याकांड मामले में सीबीआई ने 11वीं कक्षा के एक छात्र को गिरफ्तार किया है. सीबीआई ने कहा कि पेरेंट्स टीचर मीटिंग और एक्जाम को टालने के लिए प्रद्युम्न का कत्ल किया गया था. सीबीआई ने ये भी साफ किया कि हत्या, शारीरिक शोषण से जुड़ी नहीं है.


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सीबीआई ने बताया कि आरोपी छात्र अपने साथ चाकू लेकर स्कूल जाता था. उसकी मानसिक अवस्था सही नहीं थी और इसके लिए दवाई भी चल रही थी.



छात्र के पिता ने अपने बेटे को बेगुनाह बताया है. एबीपी न्यूज़ के साथ बात करते हुए छात्र के पिता ने कहा कि पहले दिन से ही हम पुलिस और फिर सीबीआई की मदद और सहयोग कर रहे हैं. कई राउंड में पूछताछ के बाद उन्होंने मेरे बच्चे को ही फंसा दिया है. मेरे बेटे ने किसी का मर्डर नहीं किया है बल्कि वह तो मदद कर रहा था.

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हत्याकांड के बाद बस के कंडक्टर और ड्राइवर के परिवार ने बातचीत में कहा था कि स्कूल के जिस टॉयलेट में प्रद्युम्न की हत्या हुई थी वहां कोई और भी था. परिवार का ये भी आरोप था कि अशोक को पुलिस ने बुरी तरह टॉर्चर किया था. परिवार ने बताया था कि अशोक से स्कूल प्रशासन ने शव को उठा कर लाने को कहा था जिसकी वजह से कपड़ों पर खून लगा था.



पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सामने आया था ये सच

पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सामने आया था कि प्रद्युम्न के गले पर पहला कट 18 cm लम्बा और 2 cm गहरा था. जबकि दूसरा वार पहले वार के ठीक 2 cm नीचे किया गया, जो 12cm लंबा और 2 cm गहरा था. प्रद्युम्न के गले पर दो बार जानलेवा हमला किया गया था. वार इतने गहरे थे कि उसने गले के कई टिस्यूस, मांसपेशियों, सांस की नली, खाने की नली और कान को पूरी तरह जख्मी कर दिया था.



क्या है मामला?

8 सितंबर को गुरुग्राम के भोंडसी स्थित स्कूल परिसर में 7 साल के प्रद्युम्न की गला रेतकर हत्या कर दी गई थी. हत्या के इस मामले ने देश भर को हिला कर रख दिया था. पहले हरियाणा पुलिस ने इस मामले की जांच की लेकिन प्रद्युम्न के परिवार की मांग और जनता के आक्रोश को देखते हुए जांच सीबीआई को दे दी गई थी. अब सबसे बड़ा सवाल ये है कि अगर हत्यारा 11वीं कक्षा का छात्र है तो क्या अशोक निर्दोष है?