नई दिल्ली: दिल्ली में एक बार फिर संवेदनहीनता का बड़ा उदाहरण सामने आए है. एक व्यक्ति दिल्ली की सड़क पर खून से लतपथ पड़ा रहा और लोग उसे अस्पताल ले जाने की जगह उसका वीडियो बनाने में व्यस्त रहे.  घायल व्यक्ति पर एक पुलिसकर्मी की नजर पड़ी और उस पुलिसकर्मी ने उसे आरएमएल अस्पताल में भर्ती कराया. लेकिन खून ज्यादा बह जाने की वजह से डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया. यह पूरी घटना दिल्ली के कस्तूरबा गांधी मार्ग की है.


पुलिस ने पूरी घटना के बारे में बताते हुए कहा, 'मृत व्यक्ति का नाम जहांगीर आलम है. वह वेस्ट बंगाल का रहने वाला था और दिल्ली के जामिया नगर में अपने मामा के साथ रहता था. वह पिछले कुछ सालों दिल्ली में ऑटो चला रहा था. रविवार रात करीब साढ़े दस बजे जहांगीर आलम ने खानपुर इलाके से चार लड़कों को इंडिया गेट तक के लिए बैठाया. किराया 120 रुपये तय हुआ था लेकिन, देर रात हो जाने के चलते जहांगीर ने उन चारों लड़को से 80 रुपये नाईट चार्ज भी मांगा और इसी बात को लेकर वो चारो लड़के जहांगीर से उलझ पड़े.'

पुलिस ने बताया,' जैसे ही ऑटो इंडिया गेट के पास पहुंचा, उन चारों लड़को ने जहांगीर के साथ मारपीट शुरू कर दी. उनमें से एक लड़के ने जहांगीर पर चाकू से वार कर दिया. तभी वहां मौजूद लोगों की भीड़ ने हमलावरों में एक बदमाश को पुलिस की मदद से मौके पर ही धर दबोचा जबकि घायल हालत में ऑटो ड्राइवर जहांगीर खुद ऑटो चलाकर अस्पताल के लिए निकल पड़ा. लेकिन, कुछ दूर जाकर कस्तूरबा गांधी मार्ग पर वो ऑटो से निकल कर सड़क पर गिर पड़ा और दर्द से कराहने लगा. मौके पर मौजूद लोगों की भीड़ जहांगीर का वीडियो बनाती रही, लेकिन किसी ने भी उसे अस्पताल पहुचाने की जहमत नही उठाई.'

पुलिस ने इस मामले 4 लोगों को पकड़ा है. ये चारों लड़के नाबालिग है और इनके कब्जे से वारदात में इस्तेमाल चाकू भी बरामद कर लिया गया है.