लखनऊ: शर्मसार कर देने वाले बदायूं रेप कांड में पुलिस ने चार्जशीट दाखिल कर दी है. पुलिस ने इस दौरान जांच में पाया है कि यह मामला हत्या और रेप का है. जबकि, पहले इसे गैंगरेप बताया गया था. पुजारी के साथ जो अन्य दो लोग इस वारदात में आरोपी हैं उनपर सबूत मिटाने का आरोप लगाया गया है.


3 जनवरी को आंगनबाड़ी वर्कर की रहस्यमयी परिस्थितियों में मौत हो गई थी. वह पड़ोस के गांव में मंदिर गई थी. इस मामले की जब जांच हुई तो मंदिर के पुजारी सत्यनारायण और उसके दो साथी जसपाल और वेदराम का नाम सामने आया. उनपर हत्या और गैंगरेप का आरोप लगाया गया.


इसके बाद में जांच में इस बात की पुष्टि हुई कि महिला से गैंगरेप नहीं हुआ था. इसके बाद चार्जशीट में हत्या और रेप का मुकदमा दायर किया गया है. पुलिस का कहना है कि बाकी दोनों ने सुराग छिपाने में पुजारी की मदद की थी.


पुलिस का कहना है कि फॉरेंसिक रिपोर्ट्स और मोबाइल लोकेशन आदि के आधार पर पुलिस ने चार्जशीट तैयार की है. इसके साथ ही चंदौसी अस्पताल के सीसीटीवी फूटेज से भी पुलिस को मदद मिली है. कुएं में गिर जाने के नाम पर उसे भर्ती कराया गया था.


पुलिस का कहना है कि कुएं में गिरने की बात सच है लेकिन साफ सबूत मिले हैं कि महिला के साथ जबरदस्ती की गई थी. साथ ही शरीर पर कई निशान मिले हैं जिससे पुजारी के खिलाफ रेप का आरोप लगाया गया है. जानकारी दी गई है कि यह मामला फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलेगा.


बाकी दो अन्य आरोपियों के बारे में पुलिस ने कहा कि उनके पास से जो सबूत मिले हैं उससे साफ है कि दोनों आरोपी बाद में पहुंचे थे. गौरतलब है कि पुलिस ने अब अपनी ओर से यही कहा है कि उनके पास इस मामले में पूरे सबूत हैं.


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