चेन्नई : कलकत्ता उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश सी.एस. कर्णन को तलाश रही पुलिस की टीम को उनकी गिरफ्तारी से तीन दिनों पहले से उनके छिपने के स्थान के बारे में जानकारी थी. वह तमिलनाडु के कॉयम्बटूर में छिपे थे. पश्चिम बंगाल के पुलिस महानिदेशक राज कनौजिया ने बताया, "हमें उनके बारे में तीन दिन पहले से जानकारी थी. हम उनके करीबियों की फोन कॉल्स ट्रैक कर रहे थे. हमारे अपने सूत्र भी हैं."
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उड़ान में सवार होने से पहले चेन्नई हवाईअड्डे पर यह जानकारी दी
कनौजिया ने कोलकाता के लिए उड़ान में सवार होने से पहले चेन्नई हवाईअड्डे पर यह जानकारी दी. उन्होंने कहा कि यह एक अनोखा मामला है. ऐसा मामला उनके 'अब तक के सेवाकाल में कभी सामने नहीं आया और शायद आने वाले लंबे समय तक किसी अन्य पुलिस अधिकारी को ऐसा मामला नहीं देखना पड़ेगा.' कनौजिया ने कहा, "कर्णन को ट्रैक करना मुश्किल था. यह एक कठिन मामला है."
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कर्णन को अदालत की अवमानना के लिए छह महीने कैद की सजा दी
सर्वोच्च न्यायालय ने कर्णन को अदालत की अवमानना के लिए छह महीने कैद की सजा दी है. पहले उनका पता नहीं लग पा रहा था. बाद में मंगलवार को उन्हें कोयम्बटूर के पास गिरफ्तार कर लिया गया. कर्णन एक महीने से भी ज्यादा समय से गिरफ्तारी से बच रहे थे.