Kabirdham Clash Between Crowd and Police: छत्तीसगढ़ के कबीरधाम जिले में गोंडवाना गणतंत्र पार्टी (GGP) की एक रैली के दौरान भीड़ और पुलिस के बीच झड़प हो गई. पुलिस ने इस सिलसिले में शनिवार (4 मार्च) को कम से कम 60 लोगों को गिरफ्तार किया. पुलिस के अनुसार, एक धार्मिक स्थल पर झंडा फहराने को लेकर यह झड़प हुई थी.
कबीरधाम के पुलिस अधीक्षक लाल उम्मेद सिंह ने बताया कि आरोपियों को एक स्थानीय अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया. गांव में बड़ी संख्या में सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं और स्थिति नियंत्रण में है. पुलिस के अनुसार, एक धार्मिक स्थल पर झंडा फहराने को लेकर झड़प हुई.
पुलिस अधीक्षक सहित 21 पुलिसकर्मी घायल
शुक्रवार (3 मार्च) को हुई इस झड़प में कबीरधाम के पुलिस अधीक्षक लाल उम्मेद सिंह और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मनीषा ठाकुर सहित 21 पुलिसकर्मी घायल हो गए. जिसके बाद पुलिस ने कुल 200 लोगों को हिरासत में लिया, उनमें से 160 को नोटिस दिए जाने के बाद रिहा कर दिया गया था. जीजीपी की जिला इकाई के प्रमुख जे लिंगो सहित 60 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है.
सिंह ने बताया कि यह मामला गांव के गौरी-चौरा स्थल से जुड़ा है जहां स्थानीय आदिवासी पिछले कई वर्षों से अपने देवता 'बुद्ध देव' की पूजा कर रहे थे. पिछले साल लिंगो ने अपने देवता 'बड़ा देव' का झंडा फहराया था, जो 'बुद्ध देव' का अनुसरण करने वाले स्थानीय आदिवासी समूह को पसंद नहीं आया था. 14 फरवरी को कोरबा जिले के आदिवासी समुदाय के प्रमुख दुर्गे भगत ने बुद्ध देव के अनुयायियों द्वारा आयोजित एक समारोह के दौरान उसी स्थान पर अनुष्ठान किया.
आंसू गैस के गोले छोड़े और लाठीचार्ज किया गया
एसपी ने कहा कि लिंगो ने शुक्रवार को भोरमदेव के राजनवा गांव में एक जनसभा की, जहां लगभग 500 जीजीपी कार्यकर्ता मौजूद थे. फिर उन्होंने 5 किलोमीटर दूर हरमो की ओर एक रैली निकाली और मार्ग पर लगाए गए बैरिकेड हटाने की कोशिश में पुलिस के साथ उनकी झड़प हो गई. झड़प के दौरान प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पथराव किया और अधिकारियों को घायल कर दिया. उन्होंने बताया कि पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े और लाठीचार्ज किया.
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