नागपुर: महाराष्ट्र से एक शर्मसार कर देने वाला मामला सामने आया है. यकीन नहीं होता कि क्या वाकई हम ऐसे समाज में रहते हैं जहां पंचायतें लड़की की इज्जत की कीमत लगा सकती हैं? लेकिन ऐसा हुआ है गढ़चिरौली के मोहरली गांव में.
पांचवीं क्लास में पढ़ने वाली एक बच्ची के साथ रेप हुआ है. आरोप है 40 साल के एक शख्स पर जो जिला परिषद स्कूल में खाना बनाता है. उसने स्कूल में बच्ची की मां की तबियत खराब बताई और बच्ची को अपने साथ ले गया.
गांव के बाहर तालाब के किनारे जंगल में उसने बच्ची के साथ रेप किया. 17 जनवरी की इस वारदात के बारे में जब बच्ची के पिता ने गांव के लोगों को बताया तो कोई 12 किलोमीटर दूर बने थाने में नहीं गया बल्कि अगले दिन जाति पंचायत बुलाई गई.
रेप नहीं कर पाए तो पीट-पीट कर मार डाला, आक्रोशित भीड़ आई सड़क पर
इस पंचायत में एक ऐसा न्याय हुआ कि हर कोई शर्मिंदा हो जाए. पंचों ने फरमान सुनाया कि आरोपी, पंचों और अन्य कुछ लोगों को मटन की पार्टी देगा और लड़की के पिता को 12 हजार रुपये देगा. एक छोटी बच्ची जख्मी थी लेकिन पूरा गांव उसके इलाज के बदले मटन खा रहा था.
7 दिन तक जब आरोपी ने बच्ची के परिवार को पैसा नहीं दिया तो बच्ची की मां उसे लेकर गांव की महिला पुलिस पटेल के पास पहुंची जो उसे लेकर थाने गईं. तब कहीं जाकर बच्ची को अस्पताल में डॉक्टरी सहायता मिल पाई.
ये बात पंचों को पसंद नहीं आई और पीड़ित परिवार को जाति ये बाहर कर दिया गया. इसके बाद बच्ची को शुद्धिकरण की प्रक्रिया से गुजरना पड़ा. ऐसा तब हुआ जब गांव की सरपंच एक महिला है. गांव के उपसरपंच भी इस प्रक्रिया में शामिल रहे.
अब एक सामाजिक संगठन के दखल के बाद पुलिस ने पूरे गांव के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और जांच कर रही है.