(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
पिग फॉर्मिंग में डेढ़ गुना प्रॉफिट का झांसा देकर कंपनी ने सैकड़ों लोगों को ठगा, सभी आरोपी फरार
पुलिस का कहना है कि लोग जल्द अमीर बनने के चक्कर में न सिर्फ ऐसे झांसों में खुद फंसते हैं, बल्कि अपने जानने वालों को भी ठगों को बिछाए जाल तक लाने में सहायक साबित होते हैं.
नई दिल्ली: मल्टी लेवल मार्केटिंग के नाम पर धोखाधड़ी का एक नया मामला सामने आया है. इस बार यह फर्जीवाड़ा पिग फार्मिंग के नाम पर किया गया, जिसमें पंजाब के एक परिवार ने अपनी कंपनी गठित की और फिर न केवल पंजाब बल्कि हरियाणा, राजस्थान, दिल्ली आदि राज्यों में भी इसका प्रचार प्रसार करके सैंकड़ो लोगों को अपना शिकार बनाया. दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने इस संबंध में एक केस दर्ज किया है. जिसके अनुसार लोगों से लगभग 500 करोड से ज्यादा रुपए की ठगी की गई है. दिल्ली में भी फिलहाल इस फर्जीवाड़े के शिकार लगभग 60 लोग सामने आ चुके हैं. पुलिस का कहना है कि जांच अभी जारी है और संभावना है कि फर्जीवाड़े की रकम का आंकड़ा और भी बढ़ सकता है, साथ ही शिकायतकर्ताओं की संख्या में भी इजाफा हो सकता है.
कैसे की गई ठगी इस गैंग ने श्याेरगेन साेल्यूशन नाम से कंपनी बनाकर दिल्ली, गुड़गांव समेत विभिन्न राज्यों में अपनी प्रॉपर्टी (कर्मिशियल कॉम्प्लैक्स, जमीनें, फॉर्म हाउस आदि) होने का दावा किया. बताया कि यहां उन्होंने सूअर पालन का काम किया हुआ है, साथ ही उन प्रॉपर्टी से आने वाले किराए से कंपनी का मोटा प्रॉफिट होने का दावा भी किया. विभिन्न राज्यों के भोले भाले लोगों को सूअर पालन में इन्वेस्टमेंट के लिए बरगलाया.
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डेढ़ गुना फायदा पहुंचाने का देते थे लालच आरोप है कि कंपनी की कोर कमेटी ने इनवेस्ट को डेढ़ गुणा करके लौटाने का वादा किया था. कंपनी ने न केवल अपनी वेबसाइट तैयार की थी, बल्कि एवालेट से पेमेंट लेने देने की सुविधा भी दी. शुरुआती दौर में लोगों को अच्छे रिटर्न्स भी दिए. लालच में फंसे लोगों ने अपने घरों के जेवर, जमीन आदि गिरवी रखकर कंपनी में रुपये इंवेस्ट किए थे. इतना ही नहीं ये लोग अन्य लोगों को भी ठगों के जाल तक खींचकर लाने में सहायक साबित हुए.
फार्म हाउस भी घुमाते थे और प्रमोशनल वीडियो भी दिखाते थे लोगों पर विश्वास जमाने के लिए यह कंपनी उन्हें असल में फार्म हाउस भी ले जाया करती थी, जहां पर सूअर पालन का काम जारी होता था. हालांकि वह फार्म हाउस उनके थे या नहीं यह किसी को मालूम नहीं. लोगों को बताया जाता कि विदेशों में सूअरों की डिमांड बहुत ज्यादा है. जिसे कंपनी पूरा नहीं कर पा रही है. यही कारण है कि वह लोगों से इन्वेस्टमेंट करवा कर उन्हें भी मुनाफे में साझेदार बनाना चाहती है. इतना ही नहीं कंपनी का मालिक अपने प्रमोशनल वीडियो भी इन लोगों को दिखाता था, जिसमें यह बताया जाता था कि कैसे छोटे से बिजनेस को इतने बड़े बिजनेस तक पहुंचा दिया गया. वह वीडियो में बोलता था कि विदेशों से इतनी डिमांड है, जिसे वह अकेला पूरा नहीं कर पाया. उसने अपने इस बिजनेस में अपने नाते रिश्तेदारों को शामिल किया. जिससे आज वह भी करोड़पति बन चुके हैं. अब डिमांड इतनी है कि उसके रिश्तेदार मिलकर भी पूरी नहीं कर पा रहे हैं, इसलिए यह एक सुनहरा मौका है लोगों के लिए अगर वह भी जल्द से जल्द अमीर बनना चाहते हैं, तो इस बिजनेस में पार्टनर के तौर पर काम कर सकते हैं.
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आरोपियों के विदेश भागने की आशंका पुलिस के अनुसार इस फर्जी कंपनी को चलाने वाला एक परिवार है जिनके नाम मंगत राम सैनी, उसकी पत्नी मनजीत कौर, बेटी दिप्ती और बेटा सीएमडी करण शामिल हैं. ये चारों पंजाब के फिरोजपुर के रहने वाले हैं. आशंका जताई जा रही है कि पूरा परिवार विदेश भाग चुका है. इनके अन्य साथियों की भी तलाश की जा रही है, जिन्होंने साजिश में शामिल होकर चेन की तरह काम किया और मासूम लोगों को सब्जबाग दिखा कर ठग लिया.
आरोपियों की तलाश में जुटी है पुलिस, लालच में ठगी का शिकार होते हैं लोग पुलिस का कहना है कि लोग जल्द अमीर बनने के चक्कर में न सिर्फ ऐसे झांसों में खुद फंसते हैं, बल्कि अपने जानने वालों को भी ठगों को बिछाए जाल तक लाने में सहायक साबित होते हैं. आर्थिक अपराध शाखा के वरिष्ठ अधिकारियों का कहना है कि करोड़ों की ठगी के मामले में बड़ी संख्या में शिकायतकर्ता सामने आ चुके हैं. मामला दर्ज करके जांच शुरू कर दी गयी है.
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