मुंबई : जेल में महिला कैदी की मौत की जांच करेगा आयोग, इंद्रणी मुखर्जी से भी होगी पूछताछ
मुंबई : बाइकुला जेल में 23 जून को उम्रकैद की सजा पाई महिला कैदी की मौत का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. अब महाराष्ट्र राज्य महिला आयोग (एमएसडब्ल्यूसी) इस मामले में जांच के लिए तीन सदस्यों की विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन करेगा. इस बीच मौत को लेकर रहस्य बरकरार है.
घटना क्रम में राज्य मानवाधिकार आयोग ने मामले का स्वत: संज्ञान लिया
एमएसडब्ल्यूसी की अध्यक्ष विजया रहतकर ने कहा कि एसआईटी में एक सेवानिवृत्त उच्च न्यायालय की न्यायाधीश, एक सेवानिवृत्त आईपीएस अधिकारी और महिला एनजीओ की प्रतिनिधि सदस्य के रूप में होंगी. इसी घटना क्रम में राज्य मानवाधिकार आयोग ने मामले का स्वत: संज्ञान लिया है.
बाइकुला जेल के अधीक्षक को घटना पर एक रिपोर्ट जमा करने का आदेश दिया
पुलिस और बाइकुला जेल के अधीक्षक को घटना पर एक रिपोर्ट जमा करने का आदेश दिया है. इस मामले में पहले ही जेल के छह कर्मचारी निलंबित किए जा चुके हैं. रहतकर ने कहा, "हम एक दो दिन में तीन सदस्यों की एक एसआईटी बनाएंगे. मैं जेल जाऊंगी और शनिवार (24 जून) को दंगे में पीटी गई कैदियों से बात करूंगी. इसमें इंद्राणी मुखर्जी सहित, सभी जुड़े लोगों का बयान रिकॉर्ड होगा."
जेल अधिकारियों के खिलाफ की गई कार्रवाई पर एक रिपोर्ट जमा की
इससे पहले उप महानिरीक्षक (जेल) स्वाति साठे ने एमएसडब्ल्यूसी से मुलाकात की और घटना व बीते हफ्ते हुए दंगे पर जेल अधिकारियों के खिलाफ की गई कार्रवाई पर एक रिपोर्ट जमा की. एमएसडब्ल्यूसी ने जेल प्राधिकारियों को मामले की जांच में सहायता के लिए पीड़ित मंजुला शेट्टी (40) की विस्तृत पोस्टमार्टम रिपोर्ट जमा करने को कहा है.
जेल में बंद इंद्राणी मुखर्जी ने अपना बयान सीबीआई की विशेष अदालत में जमा किया
अपनी बेटी शीना बोरा की हत्या के आरोप में जेल में बंद इंद्राणी मुखर्जी ने घटना को लेकर अपना बयान बुधवार को सीबीआई की विशेष अदालत में जमा किया. मुखर्जी ने गुरुवार को नागपाड़ा पुलिस थाने में अदालत के निर्देश के मुताबिक अपनी शिकायत दर्ज कराई. शेट्टी की शुक्रवार रात को मौत के बाद शनिवार की सुबह नाराज कैदियों ने बड़े स्तर पर प्रदर्शन किया.
सड़क पर गुजर रहे लोगों का ध्यान खींचा व कुछ ने जेल में सामान जलाए
कुछ जेल की छत पर चढ़ गए और सड़क पर गुजर रहे लोगों का ध्यान खींचा व कुछ ने जेल में सामान जलाए. इस घटना को लेकर जेल के अंदर के हालातों पर भी सवाल उठ रहे हैं. इससे पहले महिला कैदियों ने यहां खराब व्यवस्था को लेकर काफी बवाल मचाया था.