फरीदाबाद : नौ हत्याओं के आरोपों से बरी हुए लापता ब्रमजीत की ह्त्या का क्राइम ब्रांच ने खुलासा कर दिया है. ह्त्या के आरोप में एक महिला और ब्रमजीत का बिजनेस पार्टनर राजीव भाटी को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस के मुताबिक दस फीट गहरे गड्ढे में ब्रमजीत की लाश दबाई गई थी.


दरअसल ब्रमजीत द्वारा अपने साथी राजीव भाटी को थप्पड़ मारना बहुत महंगा पड़ा और इस थप्पड़ की गूंज राजीव भाटी के दिमाग में लगातार गूंज रही थी तभी से राजीव भाटी ने ब्रमजीत को मारने का प्लान बना लिया था. क्राइम ब्रांच डीसीपी के अनुसार ब्रमजीत और राजीव भाटी के बीच करोड़ों का लेनदेन था और पिछले दिनों किसी बात को लेकर कहासुनी में ब्रमजीत ने राजीव भाटी को थप्पड़ मार दिया था.

बस उसी समय ब्रमजीत की ह्त्या की पटकथा लिख दी गई. इसी को लेकर राजीव भाटी ने उसे नेशनल हाइवे के बाटा चौक पर यह कहकर बुलाया की कही फायदेमंद ज़मीन का सौदा है. ऐसे में ब्रमजीत बाटा चौक के नेशनल हाइवे स्थित मिलन वाटिका के सामने पहुंचा और अपनी कार पार्क करके बाहर टहलने लगा.

इसी दौरान राजीव भाटी अपनी अकाउंटेंट महिला दोस्त के साथ लाल रंग की ब्रेजा गाड़ी में वहां पहुंचा और ब्रमजीत को बैठा लिया और पलवल की तरफ गाडी मोड़ ली. रास्ते में लघुशंका के बहाने राजीव भाटी उत्तर गया और उसके बाद उसकी महिला साथी कार ड्राइव करने लगी. तभी राजीव भाटी ने अपनी रिवाल्वर निकाल ब्रमजीत के सिर , गर्दन और छाती में एक एक करके तीन गोलियां दाग दीं.

इसके बाद राजीव भाटी अपने पलवल जिले में स्थित फ़ार्म हाउस पहुंचा जहां प्लान के अनुसार पहले ही दस फुट से जायदा गहरा गड्ढा खुदा हुआ था. जिसमे ब्रमजीत की लाश को दफ़न कर दिया गया. डीसीपी ने बताया की जब अगले दिन राजीव भाटी को सीसीटीवी फुटेज की जानकारी मिली तो उसने जयपुर में जाकर कार को जला दिया ताकि सबूत खत्म किया जा सके. लेकिन पुलिस ने कॉल डिटेल के आधार पर राजीव भाटी और उसकी महिला साथी को गिरफ्तार कर लिया. फिलहाल पुलिस ने आरोपियों को कोर्ट में पेश कर सात दिन के रिमांड पर लिया है.

पिछली 27 फ़रवरी को नेशनल हाइवे के बाटा चौक के पास लापता हुए फरीदाबाद के बुढ़ैना गांव निवासी ब्रमजीत की ह्त्या होने की पुष्टि करते हुए क्राइम ब्रांच डीसीपी ने साफ़ किया है कि ब्रमजीत की ह्त्या 27 फ़रवरी को ही कर दी गई थी और उसकी लाश पलवल जिले में एक फ़ार्म हाउस में ज़मीन में दस फुट गहरे खड्डे में दबा दी गई थी.

इस ह्त्या के आरोप में पुलिस ने राजीव भाटी और उसकी एक महिला साथी को गिरफ्तार किया है जिनकी निशानदेही पर 25 दिन बाद पुलिस ने ब्रमजीत की लाश बरामद की है. फिलहाल आरोपियों को पुलिस ने सात दिन के रिमांड पर लिया है.

गौरतलब है की मृतक ब्रमजीत पर वर्ष 1996 में नौ लोगों की ह्त्या का मामला दर्ज हुआ था और वर्ष 2004 में अदालत ने बरमजीत सहित तीन लोगों को मौत की सजा सुनाई थी. लेकिन हाईकोर्ट में वर्ष 2013 में ब्रमजीत इन हत्याओं के मामले में बरी हो गया था और बीती 27 फ़रवरी को ब्रमजीत नेशनल हाइवे के बाटा चौक के पास लापता हो गया था और उसकी कार लावारिस खड़ी मिली थी.

पुलिस को मिले सीसीटीवी फुटेज में ब्रमजीत एक लाल रंग की गाड़ी में बैठकर जाता दिखाई दिया था लेकिन उसके बाद उसकी कोई सूचना नहीं मिल पा रही थी जिसके चलते ब्रमजीत का मामला मिसिंग सेल को दे दिया गया था और इसी पर जांच करते हुए पुलिस ने राजीव भाटी और उसकी अकाउंटेंट महिला साथी ( राजीव की प्रेमिका है ) से जब गहन पूछताछ की तो ब्रमजीत की ह्त्या का खुलासा हो गया.