नई दिल्ली/लखनऊ : रफ्तार, समय की बचत, आधुनिकता और समय के साथ कदमताल...ऐसे ही कई दावों के साथ यमुना एक्सप्रेस-वे की शुरूआत हुई थी. लेकिन, आज की तारीख में इसका नाम आते ही जेहन में खौफनाक मंजर दौड़ जाते हैं. इसमें लगातार होने वाले एक्सिडेंट और लूट के साथ बलात्कार की घटनाओं ने यूपी का सिर शर्म से झुका दिया है.


पुलिस पूरी तरह से साबित हुई फेल


लगातार घटनाएं हो रही हैं लेकिन पुलिस अभी तक कोई पुख्ता इंतजाम नहीं कर पा रही है. लुटेरों का खौफ इतना है कि टोल प्लाजा पर 'एक्सल गैंग' से सावधान रहने की हिदायतें तक पुलिस की ओर से चिपकाई गई हैं. पेट्रोलिंग भी होती है लेकिन लुटेरों का हौसला पूरी तरह से बुलंद है. अपराधियों की गिरफ्तारियां भी होती हैं लेकिन खौफ जारी है.


'एक्सल गैंग' का खौफ पुलिस को भी !


कई एक्सल गैंग यमुना एक्सप्रेस हाई-वे पर सक्रिय हैं. इनकी मॉडस अपरेंडी यह है कि चलती कारों पर इनके सदस्य लोहे की रॉड या गाड़ी के एक्सल से हमला करते हैं. इसके बाद कार रुकते ही वे अपने मकसद को अंजाम देते हैं. पिछले दिनों में इस तरह की कई घटनाएं सामने आ चुकी हैं. ताजा मामले में भी इनकी भूमिका समझी जा रही है.


बुलंदशहर हाई-वे गैंगरेप :


पिछले साल जुलाई माह में नोएडा की मां-बेटी को इन्हीं लुटेरों ने अपना शिकार बनाया था. दोनों को लूटा गया और फिर उन्हें हवस का शिकार बनाया गया. दोनों मदद के लिए गुहार लगाती रहीं लेकिन किसी ने उनकी आवाज नहीं सुनी. बाद में आरोपियों की पहचान भी हुई और गिरफ्तारी भी. लेकिन, फिर से हुआ यह मामला इस बात का सबूत है कि यहां कानून-व्यवस्था का डर नहीं है.