जामनगर/नई दिल्ली: गुजरात पुलिस ने दाउद गैंग की एक बड़ी साजिश नाकाम कर दी है. जामनगर के एक नामी शिपिंग कारोबारी की हत्या से पहले ही डी कंपनी के चार बदमाशों को गिरफ्तार किया गया है.
चारों में से डी कंपनी का खूंखार गुर्गा रामदास रहाणे जो अपने तीन साथियों के साथ जामनगर के मशहूर शिपिंग कारोबारी अशफाक खत्री की हत्या के लिए निकला था लेकिन सारा प्लान धरा रह गया और अब वो पुलिस के मेहमान हैं.
दरअसल चारों शिरडी से एक प्राइवेट बस से राजकोट के लिए चले लेकिन राजकोट के बाहरी इलाके में पुलिस की तलाशी के दौरान चारों पकड़े गए. दरअसल खुफिया एजेंसियों ने चारों की बातचीत पहले ही इंटरसेप्ट कर ली थीं और गुजरात पुलिस को खबर करने के बाद छेड़े गए तलाशी अभियान में चारों पकड़े गए. पकड़े बदमाशों में रामदास रहाणे सीधा पाकिस्तान में बैठे दाउद के भाई अनीस इब्राहिम को रिपोर्ट करता था और उसी ने 10 लाख रुपए में हत्या की सुपारी दी थी.
पुलिस के पास थी पुख्ता जानकारी
महाराष्ट्र से गुजरात में घुसते ही बस के पीछे-पीछे पुलिस लग गई थी. पुलिस के पास बदमाशों के नाम, हुलिए और सीट नंबर तक का पूरा ब्यौरा था. जीपीएस के जरिए बस के रूट और स्टॉपेज पर पूरी नजर रखी जा रही थी. यात्री बनकर क्राइमब्रांच और SOG के कांस्टेबल भी चोटीला में सवार हुए. और अपनी रणनीति को कारगर करते हुए इस बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया.