हजारीबाग: झारखंड के हजारीबाग में एक ही परिवार के छह लोगों की मौत की खबर से लोग सन्न हैं. कर्ज में डूबे नरेश महेश्वरी के पूरे परिवार ने एक साथ एक घर में जान दे दी. खबर है कि महेश्वरी की मां (65), पिता (65) और पत्नी (35) ने सीलिंग फैन से फांसी लगा ली और करीब 9 साल के बेटे अमन अग्रवाल की गला रेत कर हत्या कर दी. उसने अपनी बेटी अन्वी को गला घोंटकर मार डाला. बाद में खुद छत से कूदकर जान दे दी.


एक पुलिस अधिकारी ने बताया, "हम मामले की आत्महत्या और हत्या दोनों तरह से जांच कर रहे हैं. फॉरेंसिक टीम मौत के कारणों का पता लगाने के लिए नमूने इकट्ठा कर रही है." घटना हजारीबाग के सदर थाना क्षेत्र स्थित मुनगा बगीचा के खजांची तालाब के पास की है. सीबीएम अपार्टमेंट के तीसरे तल पर 302 नंबर की फ्लैट में नरेश महेश्वरी अपने परिवार के साथ रहते थे.


घटनास्थल पर पहुंचे डीएसपी ने बताया कि नरेश महेश्वरी के घर से तीन सुसाइड नोट और एक पावर ऑफ अटॉर्नी मिला है. सुसाइड नोट में खौफनाक कदम उठाए जाने के पीछे के कारणों का जिक्र किया गया है. सुसाइड नोट के मुताबिक, नरेश महेश्वरी कर्ज में डूबे थे. उनका कारोबार नहीं चल रहा था. इसलिए ऐसा कदम उठाया. बताया जा रहा है कि नरेश पर 50 लाख से भी ज्यादा का कर्ज था और जिससे वो डिप्रेसन में रहते थे.


 


सुसाइड नोट में यह कबूल किया गया है कि वह अपने बेटे अमन को फांसी के फंदे से लटका नहीं सकते थे, इसलिए उसकी हत्या कर दी. नरेश माहेश्वरी ने सुसाइड नोट में लिखा है कि उसने अपनी बेटी की गला घोंट कर हत्या की. सुसाइड नोट में लिखा गया है- बीमारी+दुकान बंद+दुकानदारों का बकाया न देना+बदनामी+कर्ज= तनाव (टेंशन)= मौत. यह घटना 30 जून को दिल्ली के बुराड़ी में एक परिवार के 11 सदस्यों की फांसी लगाकर आत्महत्या की घटना के बाद सामने आई है.