नई दिल्ली: स्कूल की लापरवाही से एक सात साल की मासूम छात्रा करीब 10 घंटे कर स्कूल में ही बंद रह गई. पुलिस ने इस मामले में स्कूल के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और जांच भी शुरु कर दी है. फिलहाल बच्ची काफी सहमी हुई है और किसी से अधिक बातें नहीं कर रही है.
ये मामला थाना गोकुलपुरी के गंगा विवार इलाके का है. एक स्कूल ने बच्चों के दिल्ली घुमाने का प्लान बनाया और सभी बच्चों को वक्त पर तैयार होकर पहुंचने को कहा. कक्षा 2 में पढ़ने वाली नैंसी बिष्ट भी दिल्ली घूमने के लिए पूरी तरह तैयार थी.
वह सुबह 8 बजे स्कूल गई थी और वहां से उसको अन्य बच्चों के साथ पिकनिक पर जाना था लेकिन स्कूल की गलती से वह क्लास में ही छूट गई और लगभग 10 घंटे स्कूल की क्लास में ही रही. शाम करीब 6 बजे जब मासूम नैंसी को उसकी मां स्कूल लेने पहुंचीं तो स्कूल वालों ने बताया कि आपकी बच्ची पिकनिक पर गई ही नहीं.
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इतना सुनते ही मां के पैरों तले ज़मीन खिसक गई. उन्होंने स्कूल प्रशासन को बताया कि वो खुद बच्ची को स्कूल छोड़कर गई थीं तो तो स्कूल प्रशासन के भी हाथ पैर फूल गए. स्कूल प्रशासन भी बच्ची को ढूंढने लगा. काफी तलाश करने के बाद मासूम बच्ची स्कूल की दूसरी मंजिल पर बनी अपनी क्लास में बेसुध हालत में मिली.
बच्ची की मां सीमा बिष्ट का आरोप है कि स्कूल वालों ने बच्ची को स्कूल में तलाशने से मना कर दिया था. उसके बाद वो आस-पड़ोस के लोगों को लेकर स्कूल गयीं और फिर उनकी बेटी को खोजा गया. बच्ची के मिलने के बाद उसे फ़ौरन अस्पताल ले जाया गया जहां कोई अनहोनी सामने नहीं आई.
बच्ची के परिवार ने इस घटना की सूचना पुलिस को दी. जांच करके पुलिस ने स्कूल प्रशासन के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया. मां का कहना है कि उनकी बेटी स्कूल के फर्श पर बेहोश पड़ी थी. बच्ची की मौसी रेनू का कहना है कि लिस्ट में नैंसी का नाम ऊपर था, लेकिन जब वो बस में नहीं दिखी तो उसका नाम काट दिया लेकिन घर वालों से क्रॉस चेक करने की जहमत नहीं उठाई गई.