Delhi: राजधानी दिल्ली में एक ऐसे मामले का खुलासा हुआ है, जो एक दशक पुराना है. इस मामले में दिल्ली पुलिस ने 12 साल बाद आरोपी को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार हुए शख्स पर एक स्कूली बच्चे के अपहरण और उसकी हत्या का आरोप है. स्कूली बच्चे की हत्या मामले की जानकारी देते हुए अधिकारियों ने कहा कि 15 साल के एक लड़के को उसके स्कूल से अगवा करने और उसकी हत्या करने के एक दशक से अधिक समय बाद दिल्ली पुलिस ने इसी सप्ताह स्कूल के बस चालक को बिहार से गिरफ्तार किया.
2010 में मां ने दर्ज कराई थी शिकायत
पुलिस के मुताबिक, 27 अगस्त, 2010 को मृतक लड़के की मां ने शिकायत दर्ज कराई थी. पुलिस ने कहा कि दर्ज शिकायत में बताया गया कि उसकी बेटी को एक बस कंडक्टर का फोन आया था. बस कंडक्टर ने उसे बताया कि उसके पास उसके भाई का स्कूल बैग है, उसे मेरे पास से आकर ले जाइये. इसके बाद मृतक लड़के की बहन ने कथित तौर पर उस बस कंडक्टर से संपर्क करने की कोशिश की. लेकिन उसका मोबाइल स्विच ऑफ आ रहा था. जब लड़का घर नहीं लौटा तो मां ने पुलिस से संपर्क किया.
रेलवे ट्रैक पर मिला था शव
पुलिस से संपर्क के दौरान मृतक लड़के की मां को पता चला कि ओखला और तुगलकाबाद रेलवे स्टेशनों के बीच रेलवे ट्रैक पर एक छात्र का शव मिला है. मां ने शव की पहचान अपने बेटे के रूप में की और पुलिस में जाकर अपहरण और हत्या का मामला दर्ज करवाया. पुलिस ने मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी. इस दौरान पुलिस ने तीन आरोपियों की पहचान की, जिसमें एक स्कूल बस का चालक और दो बस के सहायक थे. लेकिन, इन तीनों आरोपियों में से कोई भी जांच के लिए नहीं आया. इसके बाद पुलिस ने फरार आरोपियों के लिए इनाम की घोषणा की.
डीसीपी ने किया क्राइम ब्रांच टीम का गठन
इस मामले में डीसीपी विचित्र वीर के नेतृत्व में एक क्राइम ब्रांच टीम का गठन किया गया. इसके बाद स्कूल बस के चालक को बिहार के शिवहर में ट्रेस कर उसको गिरफ्तार किया गया. गिरफ्तारी के बाद बस चालक ने कथित तौर पर पुलिस को बताया कि उसने अपना नाम बदल लिया था और पुलिस से बचने के लिए अपना ठिकाना बदलता रहा.
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