नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस ने 4 ऐसे शातिर अपराधियों को गिरफ्तार किया है जो एमसीडी के एक असिस्टेंट इंजीनियर को उसके बेटे को अगवा करने की धमकी दे रहे थे. इतना ही नही, ये शातिर बदमाश उस असिस्टेंट इंजीनियर को डराकर उससे 1 करोड़ 80 लाख की फिरौती की मांग कर रहे थे.


दिल्ली पुलिस के हत्थे चढ़े ये वो 4 शातिर अपराधी है जिन्होंने एक MCD के असिस्टेंट इंजीनियर के बेटे के अपहरण की कोशिश कर उससे 1 करोड़ 80 लाख की फिरौती मांगी. बेटे के अपहरण की कोशिश सिर्फ एक दिखावा था ताकि असिस्टेंट इंजीनियर डर जाए और रकम जल्द दे दे. दरअसल, MCD के असिस्टेंट इंजीनियर ने दिल्ली पुलिस को शिकायत दी कि उसे फिरौती के कॉल आ रहे हैं वो भी केनेडा और अमेरिका के नम्बरों से, पुलिस ने जांच की तो पता चला कि ये कॉल VOIP कॉल है जिन्हें ट्रेस कर पाना मुश्किल होता है.


पुलिस को समझ नही आ रहा था कि आखिर कैसे इनको पकड़ा जाए. फिरौती के लिए लगातार कॉल आ रहे थे, तभी पुलिस ने एक प्लान बनाया. जब फिरौती के लिए असिस्टेंट इंजीनियर के पास कॉल आया हो उन्हें कहा गया कि पैसों के लिए हां कर देना और वो जहां बुलायेगा वहां जाना होगा. बदमाशों ने रकम के साथ इंजीनियर को बुलाया. पुलिस की टीम भी साथ में थी और इन शातिरों को पकड़ लिया गया.


पकड़े जाने के बाद इन्होंने जो कहानी सुनाई उसे सुनकर कोई भी हैरान रह जाये. इस गैंग का मास्टमाइंड सचिन नाम का शख्स है. 12 पास सचिन ने ही ये प्लान बनाया था और इस प्लान में असिस्टेंट इंजीनियर के ड्राइवर को शामिल किया था. ड्राइवर ही सचिन को घर के सब राज बता रहा था.


पुलिस के मुताबिक सचिन 12 पास है लेकिन बहुत शातिर है. ये इन सब का पहला क्राइम है लेकिन बड़ी ही चालाकी से ये इस क्राइम को अंजाम दे रहे थे. दरअसल, पुलिस की मानें तो सचिन ही फिरौती के लिए कॉल कर रहा था, वो भी हर बार एक नई एप्पलीकेशन और एक नई ईमेल आईडी के जरिये. जितनी बार भी कॉल किया गया हर बार एक फेक ईमेल आईडी का इस्तेमाल किया गया. ये ही वजह है कि पुलिस सर्विलांस के जरिये इन तक नही पहुंच पा रही थी.


सचिन ने पुलिस को बताया कि वो इन पैसों से किसी अच्छे कॉलेज में एडमिशन लेना चाहता था. वहां जाकर राजनीति करना चाहता था और ऐशोआराम की ज़िंदगी जीना चाहता था. फिलहाल अब ये और इसके साथी पुलिस की गिरफ्त में हैं और सचिन के मंसूबों पर पानी फिर चुका है.