नई दिल्ली : जेएनयू के लापता छात्र नजीब अहमद के मुद्दे पर दिल्ली पुलिस को बड़ा झटका लगा है. दिल्ली हाईकोर्ट ने इस मामले में काफी गंभीर टिप्पणी की है. कोर्ट ने दिल्ली पुलिस से पूछा है कि 'आखिर ऐसे कोई आदमी कैसे गायब हो सकता है.' गौरतलब है कि दिल्ली पुलिस के अभी तक इस मामले में कोई सुराग नहीं हाथ लगा है.
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इससे पहले इस मामले पर राजनीति भी काफी गरमा चुकी है. वरिष्ठ कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा था कि यह मामला केवल एक छात्र या अल्पसंख्यक से जुड़ा हुआ नहीं है बल्कि इसका ताल्लुक इंसानियत से है. गौरतलब है कि दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच इस मामले को देख रही है.
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इससे पहले संयुक्त पुलिस आयुक्त रविंद्र यादव ने कहा, ‘हम हर एक तथ्य को नए नजरिए से फिर से बारीकी से देख रहे हैं. पूरे घटनाक्रम को हम शुरू से देखेंगे, हर सुराग को परखेंगे जो हो सकता है कि नजर में आने से छूट गया हो.’ उन्होंने कहा, ‘कुछ भी पता चलने पर जहां भी जरूरत होगी वहां दल को भेजा जाएगा.’
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बता दें कि उत्तर प्रदेश के बदायूं का रहने वाला बायोटेक्नोलाजी का छात्र नजीब (27) 15 अक्तूबर से लापता है. बताया गया कि एक रात पहले एबीवीपी के सदस्यों के साथ कथित रूप से परिसर में झगड़ा हुआ था. दिल्ली पुलिस ने पिछले दिनों दावा किया था कि जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के लापता छात्र नजीब अहमद को जेएनयू से जामिया मीलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय छोड़ने वाले ऑटो ड्राइवर का पता चल गया है.