नई दिल्ली: पंजाब के फरीदकोट में कांग्रेस नेता की हत्या की गुत्थी अब सुलझ गई है. दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने इस सिलसिले में तीन लोगों को एनसीआर इलाके से गिरफ्तार किया है. गुरलाल सिंह की हत्या 18 फरवरी को फरीदकोट में ही गोली मार कर की गई थी. गिरफ्तार आरोपियों के नाम गुरविंदर पाल, सुखविंदर सिंह और सौरभ वर्मा है. तीनों फरीदकोट के ही रहने वाले हैं.


तीनों की गिरफ्तारी की सूचना दिल्ली पुलिस ने पंजाब पुलिस को दे दी है. पुलिस का कहना है कि कनाडा में रहने वाले अपराधी गोल्डी बरार ने हत्या की साजिश रची थी. जो एक अन्य हिस्ट्रीशीटर लारेंस विश्नोई का साथी है. लारेंस अभी अजमेर जेल में बंद है. पुलिस का कहना है कि इस मामले में दो अन्य अपराधियों की पहचान कर ली गई है. साथ ही उनकी तलाश चल रही है.


पुलिस के अनुसार स्पेशल सेल को यह सूचना मिली की पंजाब के यूथ कांग्रेस के नेता की हत्या में लिप्त तीन लोग दिल्ली के सराय काले खां में मौजूद हैं. थोड़ी देर बाद वे उत्तर प्रदेश की तरफ चले गए. जानकारी के आधार पर पुलिस ने छापेमारी की और तीनों को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने दावा किया है कि तीनों ने बयान दिया है कि कनाडा में बैठे बरार ने इस हत्या की प्लानिंग की थी.


पुलिस का कहना है कि इस ताजा हत्या के तार अक्टूबर, 2020 में हुई एक गैंगवार से जुड़े हैं. उस समय पंजाब यूनिवर्सिटी के एक नेता की हत्या कर दी गई थी. वह कनाडा में स्थित अपराधी बरार का रिश्तेदार था. पुलिस का दावा है कि गैंगवार के चलते ही यह हत्या हुई है. पुलिस का कहना है कि सोशल मीडिया पर युवा कांग्रेस नेता ने लिखा था कि वह किसान आंदोलन में शिरकत करने के लिए दिल्ली की तरफ जा रहा है.


इसी के बाद से हत्यारों ने नेता पीछा किया. उनकी टीम में दो शार्पशूटर भी शामिल थे. हत्यारों ने कम से कम 12 गोलियां बरसाईं थीं. पुलिस का कहना है कि इस मामले में अन्य लोगों की की तलाश चल रही है. कई लोगों के नाम अबतक सामने आ चुके हैं. यह खतरनाक संकेत हैं कि भारत में हुई हत्या की पूरी प्लानिंग कनाडा में रची गई थी.


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