नई दिल्ली: बैंक की केवाईसी (नो योर कस्टमर-खाताधारक के बारे में जानकारी लेना) का नाम लेकर अगर आपके पास कोई कॉल आती है तो सावधान. यह कोई ठग हो सकता है और आपके खातों से लाखों निकाल सकता है. ऐसे ही एक मामले में दिल्ली पुलिस ने झारखंड से एक आरोपी को गिरफ्तार किया है.
आरोपी का नाम उदय कुमार बताया जा रहा है. पुलिस के अनुसार वह अपने भाई के साथ ही मिलकर यह धंधा कर रहा था. आरोपी लोगों को फोन करता था और उन्हें केवाईसी के नाम पर लालच देता था. फिर कुछ जानकारियां ले लेता और खातों से पैसे उड़ा लेता था. कई लोगों को उसने इस तरह से शिकार बनाया था.
पुलिस ने बताया कि आलोक वर्मा नामक शख्स के पास 13 नवंबर को एक फोन आया था. फोन कर के कॉलर ने बताया कि उसका केवाईसी ठीक नहीं है. अगर समय पर सब ठीक नहीं कराया गया तो उसका खाता बंद कर दिया जाएगा. उसने लालच दिया कि प्रोसेस बहुत लंबा है इसलिए एक लिंक पर अगर आलोक क्लिक कर देगा तो केवाईसी आसानी से हो जाएगी.
इसके बाद जैसे ही शिकायतकर्ता ने लिंक डाउनलोड कर के उसमें जानकारी भरनी शुरू की उसका पैसा खाते से निकलने लगा. देखते-देखते उसके खातों से एक लाख 37 हजार रुपए निकल गए. पुलिस ने फिर उन बैंक खातों के बारे में जानकारी ली और तब जाकर आरोपी का नाम सामने आया.
दिल्ली पुलिस का कहना है कि अब यह जांच की जा रही है कि आखिर और किस किस को इन लोगों ने ठगा है. साथ ही कुल कितने पैसों का गबन किया गया है. साथ ही क्या इस घोटाले में कुछ अन्य लोग भी शामिल हैं ? क्योंकि यह एक बड़ा सवाल है कि कॉल करने के लिए झारखंड में बैठे आरोपी को लीड कौन देता था ?