नई दिल्ली : नोटबंदी के बाद से ऑनलाइन हैकर्स बेहद सक्रिय हो गए हैं. हैकर्स की नजर आपकी ऑनलाइन शॉपिंग और ऑनलाइन ट्रांजेक्शन पर होती है. हैकर्स बेहद हाई क्वालिटी के साफ्ट्वेयर्स के साथ कंपनी और कस्टमर को शिकार बनाने में लगे हुए हैं.


अपने आप में इस तरह का पहला मामला है


इस बार ऑनलाइन फर्जीवाड़े का जो मामला सामने आया है वो अपने आप में इस तरह का पहला मामला है. असल में दिल्ली पुलिस को एक ऑनलाइन कपंनी www.gifter.com ने शिकायत दी जिसमें बताया गया कि ई गिफ्ट वायुचर के दौरान उन्हें 92 लाख का नुकसान हुआ है.


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ये गड़बड़ी कैसे हुई उन्हें पता नहीं चला


ये गड़बड़ी कैसे हुई उन्हें पता नहीं चला. असल में ऑनलाइन शॉपिंग की कंपनियों जैसे amazon, flipkart, shoperstop, dominoz अपने ग्राहकों को सस्ते में सामान देने के लिए ई गिफ्ट वायुचर निकालती है, जिसे गिफ्टर कंपनी बेचती है. यानी नियममित ग्राहकों को कम दाम में सामान मिलता है.


कुछ लड़कों के दिमाग में एक खुराफात आई


इसी दौरन बीसीए कर रहे कुछ लड़कों के दिमाग में एक खुराफात आई. जिससे साइट को फ्रिज करके कंपनी को ही लूटा जा सके और कंपनी को कानोकान खबर तक न हो. अब पुलिस की गिरफ्त में मौजूद ये सनी नेहरा, आजाद चौधरी, प्रखर और तेजवीर. इस पूरे गेम का मास्टरमाइंड है सनी नेहरा, सनी शुरुआत से हैकर बनना चाहता था.


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देश विदेश के हैकर्स के संपर्क में रहता था


इसके लिए वो इंटरनेट के जरिए देश विदेश के हैकर्स के संपर्क में रहता था और हैकिंग के नए-नए तरीके सीखता रहता था. सनी के दिमाग में एक आइडिया आया और उसने बीसीए कर रहे अपने दोस्तों को इसमें शामिल किया. जिसके बाद ये ई-वायूचर वाली कंपनी के पेज पर जाते थे.


डाटा टैंपरिंग के जरिए वे सक्रिय हो जाते थे


जैसे ही कोई ग्राहक वायुचर खरीदता, डाटा टैंपरिंग के जरिए वे सक्रिय हो जाते थे. ग्राहक के एमाउंट भरते ही और पेमेंट का प्रोसेस शुरू होते ही उस पेज को वे फ्रीज कर लेते थे. फ्रीज करने के दौरान ये हैकिंग के लिए सीखे तरीके से जावा का भी इस्तेमाल करते. फ्रीज पेज के जरिए अमाउंट में बदलाव कर देते थे.


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पेमेंट की है तो कंपनी के एकाउंट में 1 रुपया जाएगा


इसका मतलब कि यदि ग्राहक ने 5000 रुपए की पेमेंट की है तो कंपनी के एकाउंट में 1 रुपया जाएगा. बाकि का 4999 इन हैकर्स के एकाउंट में आ जाएगा. लेकिन, कंपनी और कस्टमर को अलर्ट यही जाएगा कि 5000 की पेमेंट हुई है. पूरी पेमेंट के बाद कंपनी को कभी महससू नहीं हुआ कि उनके साथ धोखाधड़ी की जा रही है.


नुकसान हुआ तो उन्होंने पुलिस को शिकायत दी


जब कंपनी को 92 लाख का नुकसान हुआ तो उन्होंने पुलिस को शिकायत दी. शिकायत मिलने के बाद दिल्ली पुलिस के एक साइबर एक्सपर्ट सब इंस्पेक्टर को इसकी जानकारी दी गई. फिर फेसबुक और आईपी के जरिए पुलिस इस हैकिंग के मास्टरमाइंड सनी नेहरा तक पहुचीं. जो अलग अलग जगह पर जाकर इस तरीके से हैकिंग कर ऑनलाइन धोखाधड़ी कर रहा था.


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हैकिंग सॉफ्ट्वेयर्स से लैस लैपटॉप बरामद किए गए है


सनी नेहरा को गिरफ्तार कर उसके बाकी के तीन साथी आजाद चौधरी, प्रखर और तेजवीर को गिरफ्तार किया गया. धोखाधड़ी और आईटी एक्ट का मामला दर्ज कर इनके पास से धोखे से कमाए गए पैसों से खरीदे गए आईफोन, हैकिंग सॉफ्ट्वेयर्स से लैस लैपटॉप बरामद किए गए है.


फाइव स्टार होटलों में रुकते थे, मर्सडीज और बीएमडब्ल्यू से चलते थे


ये बेहद स्मार्ट तरीके से काम करते थे. ये एक दिन से ज्यादा एक जगह पर नहीं रुकते थे और दिल्ली एनसीआर, गुड़गांव के फाइव स्टार होटलों में रुकते थे. वहां जाने के लिए किराए पर मर्सडीज और बीएमडब्ल्यू कार का इस्तेमाल करके बेहद लग्जरी जिंदगी जीते थे. होटलों के कमरो में धोखे के पैसों से खरीदे गए लैपटॉप के साथ सेल्फ़ी लिया करते थे.


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शिकायत पर 92 लाख के फर्जीवाड़ा सामने आया है


फ़िलहाल एक शिकायत पर 92 लाख के फर्जीवाड़ा सामने आया है, पुलिस बाकि ऑनलाइन कंपनी जो ई वायुचर देती है उनसे पता कर रही है कि क्या और भी ऑनलाइन फ्रॉड किया गया है. पेमेंट मोड के पेज को फ्रीज करके अमाउंट में गड़बड़ी करने का ये पहला मामला बताया जा रहा है.