नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस ने एक ऐसे नौजवान और कथित बाबा को गिरफ्तार किया है जिस पर कई करोड़ की ठगी का आरोप है. नोएडा के बिल्डर सचिन दत्ता का इलाहाबाद के महामंडलेश्वर के तौर पर पट्टाभिषेक हुआ था और उसे सच्चिदानंद गिरी नाम दिया गया था. लेकिन साधु संतों ने ऐसा विरोध किया किया कि सच्चिदानंद को छह दिन बाद ही बर्खास्त कर दिया गया.


'बाहर आउंगा तो फिल्म बनाउंगा'


दिल्ली पुलिस की गिरफ्त में सचिन दत्ता के तेवर वही पराने हैं. मीडिया के सवालों का जबाव देते हुए सचिन ने कहा, ''जब बाहर आउंगा तो फिल्म बनाउंगा..छह दिन का महामंडलेश्वर''. कभी बिल्डर, शराब कारोबारी और दो तीन कंपनियों के मालिक रहे सचिन दत्ता का नाम पुलिस के फाइलों में ठग और भगोड़े के तौर पर दर्ज है. लेकिन सचिन का कहना है कि वह भागा नहीं था.


11 करोड़ रुपये हड़पने का केस


आरोपी सचिन दत्ता यूपी के सबसे बड़े शराब कारोबारी रहे पॉन्टी चड्डा का साथी रह चुका है और उस पर 11 करोड़ रुपये हड़पने का केस दर्ज है. आरोपी ने बताया कि जब उसे महामंडलेश्वर बनाया गया था, उस कार्यक्रम में एसपी मंत्री शिवपाल सिंह यादव भी मौजूद थे.


फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुट गई है.