Sextortion Case: दिल्ली पुलिस को मिली बड़ी कामयाबी, सेक्सटॉर्शन गिरोह का किया भंडाफोड़, मेवात से 5 गिरफ्तार
Cyber Crime Case: टीम ने 50 से अधिक मोबाइल फोन नंबरों और 10 से अधिक बैंक खातों की जानकारी एकत्र की और उनका विश्लेषण किया और 50 से अधिक एटीएम के सीसीटीवी फुटेज भी स्कैन किए.
Delhi Cyber Crime: दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने पांच लोगों की गिरफ्तारी के साथ शुक्रवार को मेवात क्षेत्र से चल रहे सेक्सटॉर्शनिस्ट गिरोह का पदार्फाश करने का दावा किया. आरोपी खुर्शीद खान, रमन, मुरारी, कालूराम और विक्रम जाटव ने कई लोगों से करोड़ों रुपए की ठगी की है. गिरोह के सदस्य पिछले छह महीने में भरतपुर और मेवात के अलग-अलग एटीएम से चार करोड़ रुपये निकाल चुके हैं. पुलिस के अनुसार, अपराध शाखा के साइबर प्रकोष्ठ में व्यवसायी सुशील गौतम की शिकायत मिली थी कि उसे व्हाट्सएप पर एक लड़की का वीडियो कॉल आया था, जिसने अपने कपड़े उतार दिए और उसे भी कपड़े उतारने को कहा.
स्पेशल कमिश्नर रवींद्र सिंह यादव ने कहा, इसके बाद, शिकायतकर्ता को एक व्यक्ति का फोन आया, जिसने खुद को दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा से इंस्पेक्टर विक्रम राठौर बताया और सोशल मीडिया पर शिकायतकर्ता के अश्लील वीडियो को ब्लॉक करने के बहाने पैसे की उगाही की. विशेष सीपी ने कहा, बाद में, शिकायतकर्ता को बताया गया कि जिस लड़की ने उसे फोन किया था, उसने राजस्थान में आत्महत्या कर ली और मामला अब जटिल हो गया है, उसके खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया है. आरोपियों ने पीड़ित से 5,79,500 रुपये की रंगदारी ली.
मेवात और भरतपुर से संचालित हो रहा था गिरोह
स्पेशल कमिश्नर ने कहा, मामले को सुलझाने और आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए एक पुलिस टीम का गठन किया गया. टीम ने 50 से अधिक मोबाइल फोन नंबरों और 10 से अधिक बैंक खातों की जानकारी एकत्र की और उनका विश्लेषण किया और 50 से अधिक एटीएम के सीसीटीवी फुटेज भी स्कैन किए. यह स्थापित किया गया कि गिरोह मेवात और भरतपुर से संचालित हो रहा था. पुलिस ने मेवात और भरतपुर में छापेमारी कर पांचों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.पूछताछ में खुलासा हुआ कि रमन मुख्य साजिशकर्ता है.
शिकंजे में आए आदतन साइबर अपराधी
अन्य आरोपी खुर्शीद और मुरारी अलग-अलग एटीएम से पैसे निकालते थे और अपना कमीशन रखकर आरोपी रमन को पैसे सप्लाई करते थे. अधिकारी ने कहा, रमन एक आदतन साइबर अपराधी है, जो पहले इसी तरह के अपराध में शामिल रहा है. उसने उगाही के पैसे से एक स्विफ्ट कार, प्लॉट और कृषि भूमि खरीदी है .अधिकारी ने कहा, विक्रम जाटव और कालूराम धोखाधड़ी के लिए उसको बैंक खाते उपलब्ध कराते थे.