नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस ने साज़िद अली अंसारी नाम के एक शख्स को अपनी ही पत्नी की हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया है. साजिद के साथ पुलिस ने उसके दो भाइयों को भी गिरफ्तार किया है ये भी उसकी पत्नी की हत्या में शामिल थे. साजिद ने अपनी पत्नी की हत्या करने के बाद अपने भाइयों के साथ मिलकर पहले लाश के टुकड़े किए और फिर लाश के टुकड़ो को पार्सल बॉक्स में डालकर ठिकाने लगा दिया.


दरअसल 21 जून को दिल्ली पुलिस को दिल्ली के सरिता विहार इलाके में एक लाश मिली, लाश एक पार्सल बॉक्स में थी, एक महिला की थी और उसके कई टुकड़े किए गए थे. इलाके में हुई इस सनसनीखेज वारदात के बाद पुलिस ने हत्या का मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की.


सबसे पहले पुलिस के सामने चुनौती थी महिला की लाश की पहचान करवाना. पुलिस ने आस पास के इलाकों में मिसिंग लोगों की डिटेल्स को खंगालना शुरू किया लेकिन कोई कामयाबी नहीं मिली. महिला ने जो कपड़े पहने थे उससे पहचान की कोशिश की गई तब भी हाथ कुछ नहीं लगा.


पुलिस ने कई टीम बनाकर इस जांच को आगे बढ़ाया. दिन बीतते जा रहे थे और पुलिस को कातिल का कोई सुराग नहीं मिल रहा था. अचानक से दिल्ली पुलिस के हाथ लगा एक ऐसा सुराग जिसने हत्यारे को सलाखों के पीछे पहुंचा दिया. दरअसल जिस पार्सल बॉक्स में महिला की लाश टुकड़ो में बरामद हुई थी, उस पार्सल बॉक्स पर एक कंपनी का नाम छपा हुआ था. वो गुरुग्राम की एक मूवर्स एंड पैकर्स की कंपनी थी. पुलिस की एक टीम उस कंपनी के पते पर गुरुग्राम पहुंची.



पार्सल बॉक्स का है UAE कनेक्शन
कंपनी के कर्मचारी दिल्ली पुलिस को बताया कि ये पार्सल बॉक्स उसी कंपनी का है और ये पार्सल कम्पनी के एक क्लाइंट जावेद अख्तर ने UAE से बुक करवाया था. जिसमें उनका कुछ सामन था. पुलिस की टीम जावेद अख़्तर का पता लेकर उसके पास अलीगढ़ पहुंची और उससे उस पार्सल बॉक्स के बारे में पूछताछ की गई. जावेद अख़्तर ने बताया कि ये एक पार्सल बॉक्स नहीं है बल्कि ऐसे कई बॉक्स है जो उसने मंगवाए थे. उसने पुलिस को बताया कि कुछ बॉक्स तो उसने अपनी नौकरानी को दिए थे और बाकी के बॉक्स उसका एक घर दिल्ली के शाहीन बाग इलाके में है वहां पर रखे थे, जो उसने साज़िद अली अंसारी नाम के एक शख्स को किराए पर दिया हुआ है.


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पुलिस की टीम जावेद अख़्तर की मेड के पास पहुंची. वहां पर खाली बॉक्स मिल गए. इसके बाद पुलिस जावेद के जब शाहीन बाग के घर पहुंची तो वहां ताला लगा था. इससे पुलिस का शक साजिद अली पर गहरा गया, पुलिस ने आस पास के लोगों से साजिद के बारे में जानकारी जुटानी शुरू की. तो पुलिस को पता चला कि साजिद यहां के लोगों को कह रहा था कि वो घर खाली कर के जा रहा है.


ऐसे पकड़ में आया साजिद
अब पुलिस को तलाश थी साजिद अली अंसारी की. पुलिस की कई टीमें उसकी तलाश में जुट गई, और आखिरकार उसे पकड़ लिया गया, पकड़े जाने के बाद साजिद ने क़त्ल की जो कहानी पुलिस को बताई वो चौका देने वाली है. साजिद अली ने पुलिस को बताया कि उसका अक्सर अपनी पत्नी के साथ झगड़ा होता था झगड़े की दो वजह थी. एक तो उसका किसी दूसरी लड़की के साथ संबंध और उसकी बेरोजगारी इसी वजह से उसने अपनी पत्नी को मौत के घाट उतार दिया.


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वो 20- 21 जून की रात उसने अपनी पत्नी का गला दबा कर हत्या कर दी और फिर अपने दोनों भाइयों के साथ मिलकर उसकी लाश के कई टुकड़े किए. फिर उनको एक पार्सल बॉक्स में डाल कर ठिकाने लगा दिया.


बीटेक इंजीनियर है साजिद
पुलिस के मुताबिक, दरअसल साजिद अली को लगा था कि इस वारदात को अंजाम देने के बाद वो बच जाएगा लेकिन ऐसा हुआ नहीं. उस पार्सल बॉक्स ने उसकी इस साजिश से पर्दा उठा दिया. पूछताछ में साजिद ने पुलिस को बताया कि उसकी पत्नी हिन्दू थी. साल 2011 में पढ़ाई के दौरान उसकी राजबाला से मुलाक़ात हुई थी. बाद में दोनों ने शादी कर ली और पत्नी का नाम बदलकर जूही रख दिया. साजिद अली पेशे से बीटेक इंजीनियर है, लेकिन कोई नौकरी नहीं है. फिलहाल अब ये तीनों भाई सलाखों के पीछे है.


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