Delhi Sextortion Case: लाखों रुपये लूट चुका था.. दिल्ली पुलिस ने सेक्सटॉर्शन गैंग का किया बड़ा खुलासा, 5 आरोपी गिरफ्तार
Delhi Sextortion: दिल्ली पुलिस ने सेक्सटॉर्शन मामले में 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. आरोपी ने पीड़िता से लाखों रुपये वसूल किए. छापे के दौरान पुलिस ने कई अहम चीजें भी बरामद की हैं.
Delhi Sextortion Case: दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने सेक्सटॉर्शन (Sextortion) गिरोह का पर्दाफाश करते हुए पांच संदिग्धों को गिरफ्तार किया है. पुलिस मे बताया कि आरोपी लोगों से पहले अश्लील वीडियो चैट करते थे और फिर बाद में ब्लैकमेल करके उनसे पैसे वसूलते थे. गिरफ्तार लोगों की पहचान खुर्शीद खान, रमन, मुरारी, कालूराम और विक्रम जाटव के रूप में हुई है. गिरोह ने गुजरात के एक व्यवसायी से 2.7 करोड़ रुपये और दिल्ली के एक अन्य व्यवसायी से 5.8 लाख रुपये की वसूली की थी.
विशेष आयुक्त अपराध (Special Commissioner Of Police Crime) रविंद्र यादव ने कहा कि एक वॉट्सऐप कॉल के दौरान महिला के साथ अश्लीलता को रिकॉर्ड करने के बाद आरोपियों ने महिला के परिजन के रूप में शिकायतकर्ता से संपर्क किया. फिर आरोपियों ने दावा किया कि महिला ने आत्महत्या कर ली क्योंकि वीडियो यूट्यूब पर अपलोड किया गया था. एक साथी ने पुलिस अधिकारी बनकर शिकायतकर्ता के यहां छापा मारा. दिल्ली के व्यवसायी द्वारा शिकायत दर्ज कराने के बाद क्राइम ब्रांच ने मामले की जांच शुरू की.
वीडियो कॉल पर करता था अश्लीलता रिकॉर्ड
बता दें कि पीड़िता को वॉट्सऐप पर एक लड़की का वीडियो कॉल आया और उसने अपने कपड़े उतार दिए और साथ ही शिकायतकर्ता को अपने कपड़े उतारने के लिए भी कहा. इसके बाद शिकायतकर्ता को एक व्यक्ति का फोन आया, जिसने खुद को क्राइम ब्रांच के इंस्पेक्टर विक्रम राठौर के रूप में पेश किया और सोशल मीडिया पर अश्लील वीडियो को ब्लॉक करने के बहाने पीड़ित से पैसे ऐंठे. आरोपियों ने पीड़ित को यह भी बताया कि मामला जटिल हो गया है क्योंकि लड़की ने खुद को मार डाला था जिसके परिणामस्वरूप उसके खिलाफ हत्या की प्राथमिकी दर्ज की गई थी.
छापेमारि कर पुलिस ने आरोपी को धर दबोचा
पीड़ित ने गिरोह को करीब 5.8 लाख रुपये दिए. लेकिन मांग पूरी नहीं होने पर पीड़ित ने पुलिस से संपर्क किया. पुलिस ने हेड कांस्टेबल मोहित, गौरव और अक्षय की एक टीम गठित की. टीम ने आरोपी के ठिकाने पर छापा मारते हुए 50 से अधिक मोबाइल नंबरों का विश्लेषण किया. साथ ही 10 बैंक खातों में लेनदेन को उजागर किया. पुलिस ने 50 से अधिक एटीएम के सीसीटीवी फुटेज की जांच की. पुलिस ने छापेमारी में पाया कि गिरोह मेवात और भरतपुर से संचालित हो रहा था.
टीम मेवात गई और आरोपी व्यक्तियों की पहचान करने के लिए 10 दिनों से अधिक वहां समय बिताया, जो क्षेत्र के विभिन्न एटीएम से नकदी निकालते थे. आखिरकार छापेमारी के दौरान आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया.
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