टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, डीसीपी स्पेशल सेल, संजीव यादव ने बताया कि पुलिस को पहले भी कई मामलों में दोनों शूटरों की तलाथ थी. इन दोनों पर दिल्ली, हरियाणा, पंजाब और हिमाचल प्रदेश में हत्या और हत्या के प्रयास के कई मामले दर्ज हैं.
स्पेशल सेल ने साथ ही बताया कि दोनों आरोपी कपिल सांगवान गैंग के सदस्य हैं. पुलिस ने इस पूरी गैंग पर मकोका (महाराष्ट्र कंट्रोल ऑफ ऑर्गनाइज्ड क्राइम एक्ट) के तहत मामले दर्ज किए हैं. पुलिस ने विकास पर 1.2 लाख रुपये का ईनाम भी रखा था.
जीरकपुर से हुई गिरफ्तारी
डीसीपी यादव के मुताबिक स्पेशल सेल की टीम को जीरकपुर में दो लोगों के छुपे होने की खबर मिली थी. स्पेशल सेल की टीम को देखकर दोनों ने भागने की कोशिश की, लेकिन टीम ने उन्हें दबोच लिया. दोनों के पास से पिस्तौल और कारतूस बरामद हुए हैं.
नजफगढ़ के एक जिम में ट्रेनर के तौर पर काम करने वाले मोहित के टिकटॉक पर लाखों में फॉलोअर्स थे. मोहित मोर की 21 मई 2019 को नजफगढ़ में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. इस मामले में हुई जांच के दौरान पुलिस ने 17 साल के एक नाबालिग आरोपी को भी गिरफ्तार किया था.
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