नई दिल्ली : देखने में किसी आम लड़की सी दिखने वाली तीन सहेलियों ने जो कर दिखाया है वो देश की हर लड़की के लिए एक मिसाल है. दिल्ली की सड़कों पर खुलेआम बिना किसी डर के छिनताई की वारदातों को अंजाम देने वाले झपटमारों को अब सावधान होने की ज़रूरत है. क्योंकि उनसे दो-दो हाथ करने को तैयार हैं दिल्ली की बहादुर बेटियां.


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उसी बस स्टैंड से दो लड़के भी उनके पीछे बस में चढ़े


20 जनवरी को नेशनल लेवल की हॉकी प्लयेर ऋतु भोरिया ने बस पास बनवाने के लिए अपनी सहेलियों राशि शर्मा और शीतल पंवार के साथ पीरागढ़ी जाने के लिए बस ली. उसी बस स्टैंड से दो लड़के भी उनके पीछे बस में चढ़े. ऋतु बस का टिकट खरीद ही रही थी की मादीपुर बस स्टैंड के पास दो लड़के उतरे और उनकी सहेली राशि ने चिल्लाया की उसका फोन किसी ने छीन लिया है. तब तक बस आगे बढ़ गई थी.



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बस रोकने को कहा और पिछले बस स्टैंड की तरफ भागी


ऋतु ने बस ड्राइवर को बस रोकने को कहा और पिछले बस स्टैंड की तरफ भागी. उसके साथ राशि और शीतल ने भागी. बस स्टैंड पर पहुंचते ही ऋतु ने साथ चढ़े दोनों लड़कों को वहीं खड़ा देखा और समझ गई कि मोबाइल उन्होंने ही छीना है. लड़कों से पूछने पर वो पहले टालने लगे फिर वहां से भागने की कोशिश की. ये देखते ही तीनों सहेलियों ने मिलकर एक बदमाश को धर दबोचा और उसकी जमकर धुनाई कर दी.


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उन्हें वो जगह भी दिखा दी जहां उसने मोबाइल फेंका था


हालांकि दूसरा बदमाश फरार होने में कामयाब रहा. पिटाई खाए बदमाश ने उन्हें वो जगह भी दिखा दी जहां उसने मोबाइल फेंका था. इस बीच पुलिस भी मौके पर पहुंच गई और बदमाश को गिरफ्त में ले लिया. रितु और राशि नेशनल हॉकी प्लयेर हैं और शीतल नेशनल कबड्डी प्लेयर. तीनों का कहना है कि उनके खिलाड़ी होने से उन्हें बदमाशों को पकड़ने में काफी मदद मिली.



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सिर्फ उन बदमाशों को पकड़ने का ख्याल था कोई डर नहीं


घटना के वक्त उनके दिमाग में सिर्फ उन बदमाशों को पकड़ने का ख्याल था कोई डर नहीं. महज़ 18 साल की उम्र में इन तीनों लड़कियों ने जिस बहादुरी का परिचय दिया है वो सभी के लिए एक मिसाल है. दिल्ली पुलिस ने भी इस बहादुरी को सलाम किया है.