नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू के बाद राज्यसभा सदस्य के टी एस तुलसी, बीजेपी नेता सुब्रह्मण्यम स्वामी और आम आदमी पार्टी ने भी सीबीआई के पूर्व प्रमुख अमर प्रताप सिंह पर मांस निर्यातक मोईन कुरैशी का सहयोग करने के आरोपों की गहन जांच कराने की मांग की है.


शर्म की बात है कि एक प्रतिष्ठित जांच एजेंसी के निदेशक पर मामला दर्ज हुआ है: नायडू


इससे पहले नायडू ने कहा था, ‘‘इन आरोपों की गहन जांच होनी चाहिए. यह हम सबके लिए वास्तव में शर्म की बात है कि एक प्रतिष्ठित जांच एजेंसी के निदेशक पर मामला दर्ज हुआ है.’’ नायडू ने कहा, ‘‘यह दिखाता है कि भ्रष्टाचार का स्तर हमारी व्यवस्था में कितना गहरा घुस चुका है. इसे निष्कर्ष तक पहुंचाया जाना चाहिए और जो भी संपर्क हों, उनकी गहन जांच होनी चाहिए.’’


कोई भी व्यक्ति चाहे वह किसी भी पद पर क्यों हो ना, उसे कानून के दायरे में लाया जा सकता है: स्वामी


सुब्रह्मण्यम स्वामी ने कहा कि इस घटनाक्रम से संदेश जाता है कि कोई भी व्यक्ति चाहे वह किसी भी पद पर क्यों हो ना, उसे कानून के दायरे में लाया जा सकता है. उन्होंने कहा, ‘‘इतिहास में पहली बार सीबीआई के किसी निदेशक पर मामला दर्ज किया गया है.’’


एक के बाद एक निदेशक कानून और ऐसी संस्था की ईमानदारी से समझौता करते दिख रहे हैं:  तुलसी


वहीं वरिष्ठ अधिवक्ता और राज्यसभा सदस्य तुलसी ने कहा कि एक के बाद एक निदेशक कानून और ऐसी संस्था की ईमानदारी से समझौता करते दिख रहे हैं जो कि देश की प्रमुख जांच एजेंसी है. इसके साथ ही आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता आशुतोष ने कहा कि इस घटना से सीबीआई में व्याप्त भ्रष्टाचार का और उसके निदेशकों की नियुक्ति के तरीके का पता चलता है.


सीबीआई ने पिछले हफ्ते सिंह के साथ ही कुरैशी और अन्य पर प्राथमिकी दर्ज की थी. प्रवर्तन निदेशालय से यह शिकायत मिलने के बाद प्राथमिकी दर्ज की गई थी कि सिंह ने मांस निर्यातक का कथित तौर पर सहयोग किया था. एजेंसी ने सिंह के आवास पर कल छापेमारी की थी.