चेन्नई: राष्ट्रगान के दौरान खड़े नहीं होने की वजह से एक महिला और उसकी मां के साथ कथित तौर पर बदसलूकी का मामला सामने आया है. अंग्रेजी अखबार द इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक यह घटना चेन्नई फिल्म फेस्टिवल के दौरान हुई.
मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि चेन्नई के वादापलानी में पलाज्जो सिनेमाहॉल में महिला के साथ बदसलूकी हुई. यह पहली घटना नहीं है, इससे पहले दिसंबर में श्रीला नाम की एक सोशल वर्कर के साथ हुआ था.
मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि जब फिल्म से पहले राष्ट्रगान बजाया गया तो तीन लोग खड़े नहीं हुए, जिसके बाद पीछे की सीट पर बैठे किसी शख्स ने इस पर सवाल कर दिया और इसके बाद कई लोग उनके साथ जमा हो गए. जब बैठे हुए लोगों ने अपनी सफाई देनी शुरू की तो वहां एक शख्स से हाथापाई तक हो गई. जिस शख्स ने बीच बचाव किया उसके साथ भी धक्कामुक्की की गई.
मामला इतना गरमा गया कि लोगों ने सिनेमाहॉल के अंदर हंगामा शुरू कर दिया कि जब तक पुलिस नहीं आती और इन्हें हिरासत में नहीं लेती तब तक फिल्म की स्क्रीनिंग नहीं शुरू होगी. इस दौरान घटना की सूचना पुलिस को दी गई.
आधे घंटे बाद पुलिस सिनेमाहॉल पहुंची और दोनों महिलाओं और एक शख्स को कस्टडी में ले गई. चेन्नई फिल्म फेस्टिवल के आयोजकों का कहना है कि उन्होंने पुलिस से मांग की कि जिन लोगों ने मारपीट की है उन्हें भी गिरफ्तार किया जाए, लेकिन पुलिस ने उनकी नहीं सुनी.
पुलिस के एक सीनियर अधिकारी ने बताया कि तीन लोगों पर प्रीवेंशन ऑफ इंसल्ट टू नेशनल ऑनर ऐक्ट 1971 के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है और उन्हें बेल पर छोड़ दिया गया है.