नई दिल्ली/चंडीगढ़ : नोटबंदी के बाद करेंसी के गोलमाल में कई बैंकों के कर्मचारी गिरफ्तार हुए हैं. इसमें को-ऑपरेटिव बैंक से लेकर निजी बैंक और रिजर्व बैंक तक के अधिकारी शामिल हैं. अब एक निजी बैंक के कर्मचारी ने बड़ी वारदात को अंजाम दे दिया है. आरोप है कि उसने लूट की झूठी साजिश रची और फिर रकम को कमीशन के कालाबाजारियों को दे दिया.
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पांच लाख लूट के मामले में चौंकाने वाला खुलासा हुआ
कुरुक्षेत्र के HDFC बैंक गांव धुराला शाखा कर्मचारियों से 22 दिसम्बर को पांच लाख लूट के मामले में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. बैंक के सहायक मैनेजर रविंदर सहित तीन लोग इस मामले में गिरफ्तार किए गए हैं. बैंक के अन्य कर्मचारियों पर भी शक की सुई है.
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पुलिस ने बताया कि सहायक मैनेजर ने ही साजिश रची थी
पुलिस ने बताया कि सहायक मैनेजर ने ही साजिश रची थी. उसने अपने साथियों के साथ ही लूट की वारदात को अंजाम दिया. इसके बाद बैंक से निकाले गए पैसों को इन्होंने कमीशन लेकर कालाबाजारियों को दे दिया. इस खुलासे के बाद पुलिस और बैंक अधिकारी दोनों ही चकित हैं.
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