नई दिल्ली: दिल्ली के एम्स में एक फर्जी डॉक्टर पकड़े जाने का मामला सामना आया है. जो पिछले पांच महीनों से वहां खुद को डॉक्टर बता कर अलग-अलग डिपार्टमेंट में घूमता रहता था. इस शख्स का नाम शख्स अदनान खुर्रम है. आरडीए को शक हुआ कि ये आईएसआई का एजेंट हो सकता है और किसी बड़े ऑपरेशन के हिस्सा हो सकता है इसके बाद अदनान खुर्रम को पकड़ कर दिल्ली पुलिस के हवाले कर दिया गया.


एम्स परिसर में घूमने के साथ-साथ यह आरडीए और डॉक्टर्स की मीटिंग में भी अपने आप को डॉक्टर बता कर शामिल हो जाता था. पिछले कुछ दिनों से आरडीए इसकी हरकतों पर नजर रख रहा था. आमतौर पर देखा जाता है कि फर्जी डॉक्टर मरीजों को जल्दी इलाज दिलवाने के नाम पर ठगी का शिकार बनाते हैं. इसके पीछे एक बड़ी वजह एम्स में अपवाइंटमेंट मिलने के लिए लगने वाला समय है. पर इस डॉक्टर का मकसद अपनी जान पहचान बनाना था.


फर्जी डॉक्टर बनकर घूमने वाला अदनान डॉक्टरों की मीटिंग, डिस्कशन में बढ चढ़ कर हिस्सा लेता था. जिसकी वजह से बाकी डॉक्टरों को भी ये लगने लगा था कि ये वाकई डॉक्टर है. डॉक्टरों का कहना है कि वह हमेशा सफेद कोट और स्टेथेस्कोप गले पर टांगे परिसर में टहलता दिखता था. इस वजह से किसी को उस पर शक नहीं होता था.


पुलिस का कहना है कि खुर्रम मूल रूप से बिहार का रहने वाला है पर उसका कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं है. मामले का खुलासा होने के बाद उसके खिलाफ संबंधित धाराओं में मामला दर्ज किया गया है.



खुर्रम को एक मैराथन के दौरान पकड़ा गया जब कुछ डॉक्टरों को उस पर संदेह हुआ और उन्होंने उससे सवाल पूछे. वह डॉक्टरों के सवालों के जवाब नहीं दे सका.


इसके बाद पुलिस को सूचित किया गया और उसे गिरफ्तार कर लिया गया. पुलिस ने कहा कि उन्हें संदेह है कि खुर्रम अपने किसी रिश्तेदार को एम्स की सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए डॉक्टर के रूप में रहता था.