एचआर की नौकरी छोड़ चला रहा था फर्जी प्लेसमेंट एजेंसी, करोड़ों की ठगी
पांचों ने एक हजार से ज्यादा लोगों को ठगा है और उनके करीब तीन करोड़ रुपए ऐंठ चुके हैं. नौकरी लगवाने के नाम पर वे पांच हजार से 25 हजार रुपए तक वसूल रहे थे.
गाजियाबाद: लॉकडाउन के बाद सबसे ज्यादा दिक्कत लोगों को नौकरी की आई है. रोजगार के अवसर सिमट गए हैं और लोग नौकरी के लिए परेशान हैं. ठग भी इस समस्या को भांप गए हैं औऱ लोगों की मजबूरी का लाभ हर तरह से उठाने की कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं.
गाजियाबाद पुलिस ने ऐसे ही एक गिरोह को पकड़ा है. जांच में यह सामने आया है कि पांचों ने एक हजार से ज्यादा लोगों को ठगा है और उनके करीब तीन करोड़ रुपए ऐंठ चुके हैं. नौकरी लगवाने के नाम पर वे पांच हजार से 25 हजार रुपए तक वसूल रहे थे.
पुलिस के अनुसार रविवार शाम पुलिस टीम को इस गिरोह के बारे में सूचना मिली. इसके बाद उनके दबोच पर पूछताछ शुरू हुई. कड़ाई से पूछताछ के बाद उन्होंने सबकुछ बक दिया और उनकी निशानदेही पर छापेमारी भी गई. पुलिस को काफी सामान बरामद हुआ.
उनके पास से पुलिस को 17 सिमकार्ड, 12 मोबाइल फोन, 8 एटीएम कार्ड, एक डायरी, तीन मुहर, फर्जी नियुक्ति पत्र, एक लैपटॉप और कुछ नकद बरामद हुआ है. आरोपियों की पहचान नितेश गिरी, मुकेश गिरी, चंदन, दुर्गेश और महेंद्र के रूप में हुई है.
गैंग का सरगना चंदन बताया जा रहा है. वह एक कंपनी में एचआर के तौर पर तैनात था. इसके बाद उसने फर्जी प्लेसमेंट एजेंसी खोल ली और लोगों को कॉल कर ठगने लगा. उसे कई सारे तरीके मालूम थे जिससे लोगों को लगता था कि उनके साथ सही प्रोसेस हो रहा है.
सन 2018 में ही नौकरी छोड़ने के बाद से वह ये काम कर रहा था. उसने अपनी टीम में कम पढ़े लिखे लोग रखे थे. उनके जरिए वो कॉल करा कर लोगों को शिकार बनाता था. कई बाद खुद अंग्रेजी में इंटरव्यू भी लेता था. इसके बाद अलग-अलग लोगों से 5 से 25 हजार तक ठगता रहता था.
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