मुंबई: कोरोना काल में बेरोजगारी एक बड़ी समस्या बन गई है. इसका फायदा ठग भी उठा रहे हैं क्योंकि लोग किसी भी तरह नौकरी पा लेना चाहते हैं. इस स्थिति का लाभ देसी ही नहीं विदेशी ठग भी उठा रहे हैं. ऐसा ही एक मामला पुणे पुलिस ने पकड़ा है. इस मामले में चार विदेशियों को गिरफ्तार भी किया गया है.


चारों पर कई लोगों से करोड़ों रुपए ठगने का आरोप है. सभी को विदेश में नौकरी देने का झांसा दिया गया था. मुंबई पुलिस की साइबर क्राइम शाखा ने लोकल पुलिस के साथ मिलकर छापा मारा था. वहां एक फ्लैट से चारों को पकड़ा गया है. गिरफ्तारों में नाइजीरियन और वेस्ट अमेरिकन लोग शामिल हैं.


पुलिस का दावा है कि अलग-अलग देशों के कुल 2000 लोग इनकी पहुंच में थे. इन सभी लोगों को ये विदेशों में नौकरी लगाने के नाम पर ठग रहे थे. पुलिस ने इनके पास से 14 मोबाइल फोन, चार लैपटॉप, मेमोरी कार्ड, पांच राउटर्स और दो विदेश सिमकार्ड बरामद किए हैं. करीब 10 करोड़ की ठगी का अंदाजा लगाया जा रहा है. क्योंकि आरोपियों ने इतनी ही रकम नाइजीरियन बैंक में ट्रांसफर की है.


नौकरी पाने की चाह रखने वालों से इन आरोपियों ने वीजा फीस, प्रोग्राम फी और ट्रैवेल अलाउंस के नाम पर पैसे मांगे थे. चेंबूर के रहने वाले विशाल ने 15 जनवरी को पुलिस से इस बारे में शिकायत की थी. जब जांच शुरू हुई तो पुलिस टेक्निकल सर्विलांस के जरिए उनतक पहुंच गई.


विशाल को कैनाडा के एक बड़े होटल में जॉब के लिए लालच दिया गया था. इसके ऐवज में ठगों ने 17 लाख 22 हजार रुपए वीजा फीस आदि के लिए दिए थे. एक बार जब पैसा जमा हो गया, आरोपियों ने बात करनी ही बंद कर दी. फिर इसकी शिकायत हुई. पुलिस का दावा है कि 12 भारतीय बैंकों में आरोपियों के 64 बैंक अकाउंट हैं.


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