रुद्रप्रयाग: उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग में एक नाबालिग लड़की से रेप की झूठी खबर के बाद भीड़ ने 15 मुस्लिमों की दुकानों को आग के हवाले कर दिया. एक वीडियो में अफवाह फैलाई गई कि रुदयप्राग में जिस लड़की का रेप किया गया उसका आरोपी मुस्लिम शख्स है. जबकि ऐसी कोई वारदात हुई ही नहीं थी.
फर्जी वीडियो वायरल होने के बाद भीड़ शुक्रवार को रुदयप्राग के अगस्त्यमुनि पुलिस स्टेशन के बाहर इकट्ठा हुई और आसपास के 15 मुस्लिमों की दुकानों को आग के हवाले कर दिया. प्रर्दशनकारियों का पुलिस पर आरोप था कि दो-तीन घटनायें इलाके में हो चुकी है लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की.
वहीं पुलिस का कहना है कि पूरे मामले में शिकायत नहीं मिली है तो किस आधार पर कार्यवाई की जायेगी. पुलिस ने तीन संदिग्ध लोगों को गिरफ्तार भी किया है.
जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक ने लोगों से शांति की अपील की और मामले को निराधार और साम्प्रदायिक दुर्भावना फैलाने का प्रयास बताया. पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार कर अश्लील फोटो वायरल करने और महिला अस्तित्व विरूपण अधिनियम की धारा 292 के तहत मामला दर्ज किया है.
डीएम मंगेश घिल्डियाल ने कहा, ''जनपद रुद्रप्रयाग के अगस्तमुनि में एक समुदाय की नाबालिग से दूसरे समुदाय के युवक द्वारा रेप की घटना के संबंध में मैं यह स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि यह सोशल मीडिया के माध्यम से फैलाई गई एक अफवाह मात्र है. किसी व्यक्ति द्वारा फेसबुक में एक युवक व युवती का फोटोग्राफ पोस्ट किया गया है जिसमें उनके चेहरे भी नहीं दिखाई दे रहे हैं.''
उन्होंने कहा, ''इस संबंध में न युवक और न युवती की ही पहचान हुई है और न किसी के द्वारा कोई शिकायत दर्ज की गई है. यह एक अफवाह मात्र है. जिस व्यक्ति द्वारा फेसबुक पर पोस्ट डाला गया है उसकी खोज जारी है और उस पर कड़ी कानूनी कार्यवाही की जाएगी.''