नई दिल्ली: मिलिट्री इंटेलिजेंस (एमआई) ने पुलिस के साथ मिलकर बेंगलुरु में फर्जी टेलिफोन एक्सचेंज का भंडाफोड़ किया है. इस गैरकानूनी सिम-बॉक्स यानी एक्सचेंज के जरिए आईएसडी कॉल्स को लोकल कॉल्स में तब्दील किया जा रहा था. इससे देश की सुरक्षा पर खतरा मंडरा रहा था.


जानकारी के मुताबिक, पुणे स्थित सेना की दक्षिणी कमान की एमआई यूनिट को जानकारी मिली थी कि बेंगलुरु में सिम-कार्ड और इलेक्ट्रोनिक डिवाइस के जरिए अंतर्राष्ट्रीय (आईएसडी) कॉल्स को लोकल कॉल में बदलने का गोरखधंधा चल रहा है. इस सूचना पर एमआई ने बेंगलुरु पुलिस की एंटी-टेरेरिस्ट सेल (एटीसी) के साथ मिलकर रैकेट का भंडाफोड़ कर दो आरोपियों को गिरफ्तार किया. 


900 सिम कार्ड


जानकारी के मुताबिक, पकड़े गए आरोपियों में से एक केरल और दू‌सरा तमिलनाडु का निवासी है. इन दोनों आरोपियों ने बेंगलुरु में छह अलग-अलग जगह 30 गैरकानूनी सिम-बॉक्स तैयार कर रखे थे. करीब 900 सिम कार्ड्स की मदद से ये दोनों आईएसडी कॉल्स को लोकल कॉल में तब्दील कर देते थे. इससे टेलीकम्युनिकेशन कंपनियों को वित्तीय नुकसान तो था ही साथ ही देश की सुरक्षा को भी खतरा पैदा हो रहा था.


बेंगलुरु सिटी पुलिस कमिश्नर ने इस रैकेट के भंडाफोड़ होने पर 30 हजार के इनाम की घोषणा की है. हालांकि, पुलिस अभी जांच में जुटी है कि इस रैकेट के तार कहां-कहां जुड़े थे और इसमें कुल कितने आरोपी शामिल थे.


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