रायपुर: छत्तीसगढ़ की राजधानी में एक फर्जी ट्रांसफर आर्डर ने हड़कंप मचा दिया है. शिक्षा विभाग के अवर सचिव के नाम से यह ट्रांसफर आर्डर शिक्षकों और क्लर्क के पांस पहुंच गया था. लेकिन जब इसकी भनक अवर सचिव को मिली तो उनके भी होश उड़ गए. उन्होंने इसकी सूचना तुरंत पुलिस को दी और लिखित शिकायत कर दी.


अधिकारी ने बताया कि किसी अनजान शख्स ने 30 मार्च को यह आदेश जारी किया था. इसमें कई नामों को शामिल किया गया है. साथ ही अधिकारी के नाम के साथ जाली हस्ताक्षर भी किए हुए हैं. विभाग की ओर से बताया गया है कि यह आदेश पूरी तरह से जाली है. इसके बाद पुलिस भी इस मामले में जांच कर रही है.


गौरतलब है कि इस जाली विभागीय ट्रांसफर आर्डर में नक्सल प्रभावित इलाके बस्तर से लेकर राज्य की राजधानी तक शामिल है. शिक्षा के विभाग ने इस मामले को काफी गंभीरता से लिया है. अब इस मामले में पुलिस को जांच सौंपी गई है. पुलिस ने अलग-अलग सूत्रों के जरिए जांच शुरू कर दी है.


खास बात यह है कि छत्तीसगढ़ के तमाम मंत्रालयों में इस तरह के फर्जी ट्रांसफर आर्डर का खेल चलता है. इसमें शिक्षा विभाग, वन विभाग और सामान्य प्रशासन मुख्य रहते हैं. यही नहीं कई बार तो ऐसा होता है कि जाली कागज के साथ ही लोग ज्वाईन करने भी चले जाते हैं. इसके लेकर कई बार विवाद भी होता आया है.


कुछ ही दिनों में सरकारी ट्रांसफर के आदेश भी निकलने हैं और ठीक उसके पहले ही इस तरह का आदेश जारी हो गया है. कई मामलों को तो लेकर लोग अदालत में भी चले गए हैं. जानकारों का कहना है कि सरकारी कर्मचारियों और अधिकारियों को सतर्क रहने की जरूरत है. क्योंकि ट्रांसफर कराने वाले दलाल भी काफी सक्रिय हो चुके हैं.


यह भी पढ़ें: 


मासूम बच्चों के सामने कर दिया कत्ल, महिला पर चाकू से किए 10 वार


एमपी: सात साल बाद मिलीं चार 'लापता' बच्चियां, DNA टेस्ट मैच के बाद पुष्टि