नई दिल्ली: ग्रेटर नोएडा वेस्ट के बहुचर्चित गौरव चंदेल हत्याकांड को यूपी पुलिस ने सुलझाने का दावा किया है. यूपी पुलिस का दावा है कि नोएडा और हापुड़ पुलिस की संयुक्त टीम ने ऑपरेशन को अंजाम देते हुए इस मामले में कामयाबी हासिल की है. इस वारदात में आशु मिर्ची गैंग के शामिल होने की बात सामने आई है, जिसके एक सदस्य उमेश को गिरफ्तार किया गया है. आशु मिर्ची की पत्नी को भी गिरफ्तार किया है.
गिरफ्तारी के बाद पुलिस मुठभेड़ में घायल हुए उमेश
रविवार रात को जब पुलिस की टीम उमेश को लेकर रिकवरी करने धौलाना क्षेत्र में स्थित पारपा नहर के नजदीक ले गई, तो वहां पर उमेश ने पुलिस हिरासत से भागने का प्रयास किया. उसने एक सीनियर सब इंस्पेक्टर राजीव शर्मा की सरकारी पिस्तौल छीन कर पुलिस पर गोली चलाई. गोली से किसी पुलिसकर्मी को नुकसान नहीं हुआ. वहीं जवाबी कार्रवाई करते हुए पुलिस ने भी फायरिंग की तो उमेश के दोनों पैरों में गोली लग गई. पुलिस का दावा है कि गौरव चंदेल की हत्या में उमेश के साथ-साथ आशु मिर्ची भी शामिल था, पुलिस उसकी तलाश कर रही है.
कैसे पकड़ा गया उमेश
हापुड़ पुलिस के एसपी संजीव सुमन का कहना है कि रविवार शाम को नोएडा और हापुड़ पुलिस की एक संयुक्त टीम को सूचना मिली कि गौरव चंदेल हत्याकांड में शामिल बदमाश एक बाइक पर सवार होकर धौलाना क्षेत्र में आने वाला है. उसकी बाइक पर एक महिला के सवार होने की भी जानकारी मिली. इस सूचना के आधार पर पुलिस टीम ने घेराबंदी की और संदिग्ध बाइक को रोकने का प्रयास किया.
बाइक सवार बदमाश ने पुलिस को चकमा देकर फरार होने की कोशिश की, लेकिन उसे दबोच लिया गया. बदमाश की पहचान उमेश के रूप में की गई, जिसके पास से एक पिस्तौल भी बरामद की गई. उसके साथ सवार महिला की पहचान आशु मिर्ची की पत्नी के रूप में की गई. पुलिस ने आशु मिर्ची की पत्नी को भी आपराधिक षड्यंत्र के आरोप में गिरफ्तार किया है. उमेश के खिलाफ 6 मामले दर्ज हैं.
क्यों हुई मुठभेड़
इस गिरफ्तारी के बाद शुरुआती पूछताछ में उमेश ने खुलासा किया कि गौरव से लूटा गया लैपटॉप व अन्य सामान उसने धौलाना क्षेत्र के पास नहर में फेंक दिया था. जिसके बाद पुलिस की एक टीम उमेश को लेकर नहर के पास गई. रात लगभग 9:30 बजे जब पुलिस छानबीन में जुटी थी, तो अंधेरे का फायदा उठाकर उमेश ने सीनियर सबइंस्पेक्टर राजीव शर्मा की सरकारी पिस्तौल छीनी और पुलिस पर फायरिंग करते हुए भागने का प्रयास किया. आत्मरक्षा करते हुए पुलिस टीम ने भी जवाबी फायरिंग की और उमेश के दोनों पैरों में गोली मारी.गोली लगने के बाद उमेश को गिरफ्तार कर लिया गया और उसे एक सरकारी अस्पताल में उपचार के लिए ले जाया गया. फिलहाल उसकी हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है.
कौन है आशु मिर्ची
हापुड़ के एसपी संजीव सुमन का कहना है कि कुख्यात आशु, मिर्ची गैंग का सरगना है, उस पर लगभग 40 से 50 आपराधिक मामले दर्ज हैं, जिसमें हत्या के मामले भी शामिल हैं. मिर्ची गैंग पश्चिमी उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर, हापुड़, गाजियाबाद नोएडा, ग्रेटर नोएडा में सक्रिय है.
कैसे करता है वारदात
इस गैंग की मोड्स ऑपेरेंडी है आशु अपने गिरोह के सदस्यों के साथ ऑटो आदि में किसी पॉश इलाके में या फिर मॉल आदि के बाहर जाता है. वह लूटपाट में इस्तेमाल करने के लिए कार भी लूटता है. कार लूटने के बाद आशु कई लूट की वारदात को अंजाम देता है और रास्ते में किसी भी व्यक्ति को लूट लेता है. इस दौरान अगर उसे किसी को गोली भी मारनी पड़े तो वह इस चीज से हिचकता नहीं है.
कैसे दिया था गौरव चंदेल की हत्या को अंजाम
हापुड़ एसपी संजीव सुमन का कहना है कि मिर्ची गैंग ने अपनी मोड्स ऑपेरेंडी के अनुसार ही वारदात को अंजाम दिया था. 6 जनवरी की देर रात लगभग 10:30 बजे गौरव चंदेल जब गुरुग्राम से लौट रहे थे, तो वह नोएडा फेस 3 के इलाके में फोन पर बात करते हुए अपनी कार से बाहर उतरे और शायद सड़क किनारे टॉयलेट कर रहे थे. तभी आशु और उमेश ने उनकी कीया कार को टारगेट किया. जिसके बाद गौरव चंदेल ने जब दोनों को कार को लूटते हुए देखा तो उन्होंने विरोध जताया और उमेश को दबोच लिया. अपने को घिरा देख आशु मिर्ची ने गौरव चंदेल पर गोली चला दी और उमेश ने भी उन पर गोली चलाई.
दोनों में से एक गोली गौरव चंदेल के सिर में लगी. जिसके बाद ये दोनों उनकी कार को लूट कर फरार हो गए. उमेश से हुई पूछताछ के मुताबिक इन लोगों ने कीया कार को पहले डासना इलाके में खड़ा किया. लगभग 3 दिन बाद वे दोनों उस कार की नंबर प्लेट बदलकर चले गए और फिर 14 जनवरी को कीया कार से दोनों गाजियाबाद शहर में पहुंचे. जहां पर उन्होंने एक व्यक्ति को उनकी टियागो कार समेत किडनैप किया, और फिर उन्हें लगभग 2 घंटे तक सड़कों पर घुमाते रहे.
जिसके बाद उनके एटीएम से कुछ पैसे भी निकलवाए. आशु और उमेश ने व्यक्ति को किसी तरह का नुकसान नहीं पहुंचाया. लेकिन उसकी टियागो कार लूटकर फरार हो गए. दोनों कारों को मसूरी इलाके में खड़ा कर दिया. जिसे बाद में नोएडा पुलिस ने बरामद कर लिया था. अभी तक कि जांच में पता चला है कि आशु और उमेश इस वारदात में शामिल थे. दोनों ऑटो से नोएडा फेज 3 के इलाके में पहुंचे थे. उमेश के पास से गौरव की कार की चाबी व कुछ अन्य सामान भी बरामद कर लिया गया है. अभी आशु की तलाश की जा रही है.
काफी शातिर है आशु, नहीं रखता मोबइल फोन
एसपी हापुड़ संजीव सुमन का कहना है कि आशु काफी चालाक है. वह अपने पास मोबाइल फोन आदि नहीं रखता है. यही कारण है कि उसे गिरफ्तार करने में मुश्किल आ रही है. हालांकि यूपी पुलिस उसकी तलाश में जुटी हुई है और उसे जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा. यहां एक बात और स्पष्ट करना चाहेंगे कि आशु गैंग लूटपात की मकसद से कार लूटता है. वह लूटी हुई कार से लूट की वारदातों को अंजाम देता है. इसी मकसद से उसने गौरव की कार भी लूटी थी.
अभी इसमें आशु मिर्ची की पत्नी से भी पूछताछ की जा रही है. यह भी पता चला है कि उसने कुछ समय पहले हापुड़ में एक बीजेपी के नेता की भी हत्या की थी. यह हत्या उसने इसलिए की थी कि बीजेपी के नेता ने आशु के ससुर को रुपए के लेनदेन के झगड़े में थप्पड़ मारा था. इसी अपमान का बदला लेने के लिए आसू ने बीजेपी नेता की हत्या की थी. आसू लगभग 1 साल पहले जेल से जमानत पर बाहर आया था, जिसके बाद वह फरार हो गया. उसके खिलाफ हापुड़ पुलिस ने एक लाख रुपये का इनाम भी रखा गया है.