रायपुर: छत्तीसगढ़ के उग्रवाद प्रभावित नारायणपुर जिले में पांच नक्सलियों ने और पांच महिलाओं सहित 18 माओवादी समर्थकों ने सरेंडर कर दिया. पुलिस अधीक्षक जितेन्द्र शुक्ला ने बताया कि कल यहां कुकडझोर थाना में पुलिस और भारत तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के समक्ष उन्होंने सरेंडर कर दिया.
उन्होंने बताया कि पांच नक्सली प्रतिबंधित संगठन जन मिलिशिया के सदस्य के रूप में सक्रिय थे जबकि बाकी उनके समर्थक थे. शुक्ला ने बताया कि वे लंबे समय से नक्सल आंदोलन से जुड़े हुए थे और उन्हें माओवादियों के लिए बैठक और खाने का प्रबंध करने , पर्चा बांटने , पोस्टर और बैनर लगाने , सूचना एकत्र करने के अलावा सुरक्षा बलों को निशाना बनाने के लिए आईईडी ( इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस ) लगाने का काम दिया गया था.
उन्होंने बताया , ‘‘जिन लोगों ने सरेंडर किया है वो पिछले एक साल से पुलिस के साथ संपर्क में थे और मुख्यधारा में आने के इच्छुक थे. उनकी गतिविधियां देखने और गैर कानूनी घोषित आंदोलन छोड़ कर सामान्य जीवन जीने की उनकी इच्छा को देखते हुए उनके सरेंडर की मांग को स्वीकार कर लिया गया.’’
पुलिस ने बताया कि जिन लोगों ने सरेंडर किया है कि उन्होंने बयान दिया है कि वे नक्सल आंदोलन के नाम पर किये जाने वाले शोषण , हिंसा और अत्याचारों से व्यथित थे.
एसपी ने बताया कि उन्होंने पुलिस को यह भी बताया कि वे इलाके में प्रगति देखना चाहते हैं. उन्होंने बताया कि राज्य सरकार की सरेंडर और पुनर्वास नीति के तहत उन्हें सहायता मुहैया करायी जाएगी.