अफीम के लिए पहले दोस्त को गिरवी रखा, फिर दोस्त को छुड़ाने के लिए किया छात्र का अपहरण
जयपुर: नशाखोड़ी मौजूदा वक्त में समाज के लिए एक बहुत ही गंभीर समस्या बन गया है. खासकर युवा वर्ग इसकी चपेट में तेजी से आ रहे है. इसी बीच नशाखोड़ी से जुड़ी एक बेहद ही चौंकाने वाली खबर सामने आई है. जोधपुर पुलिस ने एक अपहरण मामले की छानबीन करते हुए पाया कि नशे के बदले एक लड़के को ही गिरवी रख दिया गया था. पुलिस ने नौ दिन पहले फिरौती के लिए अगवा कर लिए गए बीए फाइनल ईयर के स्टूडेंट को बंगाल के मालदा से छुड़ा लिया. इस मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों को पकड़ा है.
पहले दोस्त को गिरवी रखा, फिर दोस्त को छुड़ाने के लिए किया अपहरण
दरअसल आरोपियों ने स्टूडेंट को फिल्मी स्टाइल में अगवा कर लिया. अफीम का पैसा नहीं चुका पाने पर अपने ही एक दोस्त को अफीम देने वाले के पास गिरवी रख दिया. इसके बाद अपने दोस्त को छुड़ाने के लिए एक स्टूडेंट का अपहरण कर लिया. फिर अगवा किए स्टूडेंट को गिरवी रख अपने दोस्त को छुड़ा लिया.
पुलिस कर रही है मामले की जांच
आरोपियों ने रामनारायण के पिता जगदीश को फोन कर 12 लाख रुपए मांगे. ना देने पर धमकी दी कि वे बेटे को मार देंगे. जगदीश ने अपने साले के साथ पुलिस थाने में मामला दर्ज करवाया. रामनारायण की दोस्ती राजू आचार्य से थी और राजू का कनेक्शन अफीम का कारोबार करने वाले श्रवण से था. इसलिए पुलिस इस मामले में भी जांच कर रही है कि कहीं रामनारायण ने खुद ही तो अपना अपहरण तो नहीं करवा दिया.
कैसे दिया गया इस वारदात को अंजाम
श्रवण अफीम बेचने का काम करता है और वह मालदा के इस्माइल से अफीम खरीदता था. करीब बीस दिन पहले जब अफीम के पूरे पैसे नहीं थे तो अपने दोस्त प्रवीण को इस्माइल के पास इस शर्त पर गिरवी रखा और कहा कि वह पैसे लेकर आएगा और उसे ले जाएगा. इस बीच श्रवण और उसके साथी प्रवीण से फोन पर संपर्क में थे. आरोपियों ने अगवा किए गए छात्र रामनारायण को जोधपुर से ले गए. इसके बाद उसे इस्माइल को सौंपकर प्रवीण को छुड़ा लिया. आरोपियों ने इस्माइल को कहा कि कुछ समय बाद वे पैसा लेकर आएंगे.
मादक पदार्थों की तस्करी से जुड़ा है पूरा मामला: पुलिस
अभी तक की पूछताछ के बाद पुलिस ने तुरंत कार्यवाही करते हुए आरोपी श्रवण और मनीष को भी हिरासत में लिया है. फिलहाल पुलिस इस संबंध में आरोपी इस्माइल, मनीष, श्रवण से पूछताछ कर रही है. एडीसीपी श्रीमन ने बताया कि यह पूरा मामला मादक पदार्थो की तस्करी से जुड़ा है. आरोपी पश्चिम बंगाल से मादक पदार्थ लेकर आए थे, फिलहाल इनसे पूछताछ कर रहे है.
तस्करी के बड़े गिरोह के खुलासे होने की है उम्मीद
इधर आरोपी ने भी यह बात स्वीकार की है कि उनके पैसे नहीं मिलने पर उन्होंने युवक से अपने परिजनों को फोन करवाकर बकाया रकम का भुगतान करने को कहा था. साथ ही यह भी कहा था कि जब पैसे मिल जाएंगे तो वे लड़के को ले जा सकते हैं. फिलहाल पुलिस को इस मामले में अभी कई और खुलासे होने और मादक पदार्थो की तस्करी के बड़े गिरोह के खुलासे होने की उम्मीद है.
ठेके बंद होने के कारण अफीम की तस्करी में हुआ इजाफा
दरअसल राजस्थान में डोडा पोस्त के ठेके बंद होने के साथ ही पश्चित बंगाल से अफीम तस्करी की घटनाओं में बढोतरी हुई है. लोग रेल मार्ग से लगातार पश्चिम बंगाल से अफीम की तस्करी कर रहे हैं, लेकिन इन तस्करों ने तो अपने फायदे के लिए दोस्त के जो किया वो वाकय चौकाने वाला है. ऐसे में पुलिस भी इस पूरे मामले को गंभीरता से लेकर इसकी तह तक जाने में जुटी है। ताकि अफीम तस्करी के बडे नेटवर्क का खुलासा हो सके.