कानपुर: थाने के पास हुआ बजरंग दल के नेता का कत्ल, कानून-व्यस्था पर उठे सवाल
यूपी में सुरक्षा के तमाम दावों के बीच थाने से पास हुई इस हत्या से हर कोई हैरान है. वजह कोई भी हो लेकिन ये वारदात योगी राज में अपराध पर लगाम के दावों पर सवाल खड़े करती है.
नई दिल्ली: शुक्रवार रात कानपुर में एक कत्ल की खबर से पूरे शहर में सनसनी फैल गई. कुछ अज्ञात लोगों ने बजरंग दल के पूर्व जिला संयोजक विजय यादव पर अर्मापुर थाने पास ही धारदार हथियार से हमला कर हत्या कर दी. हत्या के बाद एक वीडियो सामने आई है जिसमें दम तोड़ने से पहले वो शख्स हत्यारों का नाम लेता दिख रहा है.
हमले के बाद जब घरवालों की इसकी जानकारी मिली तो विजय को अस्पताल ले जाया गया लेकिन जान नहीं बचाई जा सकी. हालांकि मौत से पहले विजय यादव ने अपने बयान में हमलावारों का नाम ले लिया. बताया जा रहा है कि इसी इलाके में रहने वाले विनय झा ने विजय से पांच लाख रुपये उधार लिए थे और रुपयों के लेनदेन में उसने अपने साथियों के साथ मिलकर ये हत्या की.
पुलिस इस वारदात की वजह पुरानी रंजिश बता रही है और जल्द आरोपियों को पकड़ने का दावा कर रही है.
आरोपी विनय पर हमले के मामले में मृतक विजय कुछ दिन पहले ही जेल से छूटकर आया था और पुलिस से उसने सुरक्षा की गुहार भी लगाई थी. लेकिन तब उसकी कोई सुनवाई नहीं हुई. आरोप है कि इस हत्याकांड के बाद भी पुलिस का रवैया बेहद लापरवाही भरा रहा. विजय यादव के भाई का आरोप है कि थाने के पास इतनी बड़ी घटना हो गई और बहुत देर तक वहां पुलिस नहीं पहुंची.
उधर, अब पुलिस आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी का दावा कर अपना दामन बचाने में जुटी है. एसएसपी कानपुर अखिलेश कुमार मीणा ने कहा, ''पुराना एक विवाद चल रहा है जिसमें विजय यादव जेल गए थे. लेने देन का मामला था. इसे लेकर हत्या कर दी गई. जल्द ही पता कर लिया जाएगा कि कहीं इसके अलावा कोई और बात तो नहीं थी.''
यूपी में सुरक्षा के तमाम दावों के बीच थाने से पास हुई इस हत्या से हर कोई हैरान है. वजह कोई भी हो लेकिन ये वारदात योगी राज में अपराध पर लगाम के दावों पर सवाल खड़े करती है.