घटना 1 : जला हुआ शव बरामद
एक 19 वर्षीया इंजीनियरिंग की छात्रा मृत मिली है. उसके शरीर के कपड़े उतार कर उसे जलाया गया. इस वारदात के सिलसिले में चार संदिग्ध लोगों को हिरासत में लिया गया है. एक सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान की बी.टेक. की छात्रा बुटी बस्ती में अपनी बहन के साथ किराए के मकान में रहती थी. शुक्रवार को उसका जला हुआ शव बरामद हुआ.
दिल्ली मेट्रो : सुरक्षा की आंख में धूल झोंक कुल्हाड़ी लेकर घुसी महिला, कर दिया सह यात्री पर वार
घटना 2 : जादू-टोना के आरोप में जलाया
14 दिसंबर को सिमडेगा जिले में एक उम्रदराज महिला और उसके पति को जलाकर मार दिया गया था. दोनों पर कथित जादू-टोना करने का आरोप था. लोहार सिंह (70) और उसकी पत्नी छोटराई देवी(62) को तीन लोगों ने उनके घर से खींच कर पहले पीटा और बाद में सूखी घास की ढेर पर फेंककर जिंदा जला दिया.
घटना 3 : तंत्र-मंत्र के आरोप में जिंदा जलाया
एक दूसरी महिला को 12 दिसंबर को खूंटी जिले में कथित रूप से तंत्र-मंत्र करने के आरोप में जिंदा जला दिया गया. सरायकेला-खारसावा जिले में इस घटना को लेकर इलाके में काफी दहशत थी. पुलिस ने इस मामले में कुछ लोगों को हिरासत में भी लिया था. हालांकि, अभी इसकी जांच चल रही है.
नोटबंदी में फिर जाग गए हैं 'स्पेशल 26' वाले, फिल्मी स्टाइल में हो रही ठगी
घटना 4. मासूम को जलाकर कुएं में फेंका
इसी इलाके में सरायकेला-खारसावा घटना के चार दिनों बाद एक नाबालिग लड़की को जलाकर कुएं में फेंक दिया गया था. पुलिस के अनुसार चौथी कक्षा में पढ़ने वाली उस लड़की को चॉकलेट देने के बहाने चार लोग जंगली इलाके में ले गए थे. जब उन लोगों ने उसके साथ दुष्कर्म का प्रयास किया तो वह चिल्लाने लगी.
जिसके बाद उन अपराधियों ने कथित रूप से उस पर मिट्टी का तेल डालकर आग लगा दिया. बाद में उसे कुएं में डाल दिया गया. उसे जब कुएं से निकाला गया तो उसकी सांस चल रही थी. अस्पताल में इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया.
Pics : घर पर 2000 के नोट छाप रहा था यह 'डॉक्टर', पकड़ा गया तो हुआ और बड़ा खुलासा
इस साल राज्य में दुष्कर्म के 1000 से अधिक मामले सामने आए हैं
गौरतलब है कि इस वर्ष अक्टूबर तक राज्य में दुष्कर्म के 1000 से अधिक मामले सामने आए हैं. वर्ष 2015 में भी इतने ही मामले सामने आए थे. कांग्रेस ने राज्य की भारतीय जनता पार्टी की सरकार पर महिलाओं के खिलाफ हिंसा रोकने में नाकाम रहने का आरोप लगाया है.
विपक्ष ने सरकार पर साधा है निशाना
झारखंड कांग्रेस के महासचिव किशोर साहदेव ने कहा कि मुख्यमंत्री रघुबर दास के नेतृत्व वाली बीजेपी सरकार नागरिकों खासकर महिलाओं की सुरक्षा के बड़े-बड़े दावे करने में विश्वास करती है. वास्तविकता यह है कि राज्य में महिलाओं के साथ घटी हिंसा की घटनाएं सामने हैं. दास जनता को सुरक्षा मुहैया कराने में नाकाम रहे हैं. महिलाओं की हत्या नृशंसता के साथ की जा रही है.
सावधान ! 2000 के नकली नोट से हड़कंप, 'नकली नोट' उगल रहा है ATM