कानपुरः कानपुर देहात में हुए एनकाउंटर में 8 पुलिसकर्मियों की जान लेने वाले हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे और उसके साथियों का अभी तक कोई पता नहीं चल पाया है. घटना के 24 घंटे बाद भी वो पुलिस की गिरफ्त से बाहर है. उसकी तलाशी के लिए बनाई गई स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) कई जगहों पर छापेमारी कर रही है. यूपी पुलिस ने इसका सुराग देने वाले को 50 हजार रुपये के ईनाम का ऐलान भी किया है.
करीब 100 टीमें कर रहीं छापेमारी
रिपोर्ट्स के मुताबिक विकास की तलाशी के लिए पूरे राज्य में एसटीएफ समेत यूपी पुलिस की करीब 100 टीमों ने तलाशी अभियान चलाया है, लेकिन अभी तक इस गैंगस्टर का कुछ पता नहीं चल पाया है. पुलिस ने उसके गांव वाले घर में भी छापा मारा और मोबाइल फोन बरामद किए, जिनकी जांच की जा रही है.
इससे पहले विकास की धरपकड़ के लिए कानपुर देहात में भी उसके रिश्तेदारों के घर छापेमारी की थी. कानपुर देहात की पुलिस ने उसके चाचा ब्रजकिशोर दुबे के घर पर भी छापेमारी की. छापेमारी के लिए रसूलाबाद कोतवाली इंस्पेक्टर के साथ भारी पुलिस बल मौजूद था. विकास के चाचा का घर रसूलाबाद कोतवाली क्षेत्र के रसूलाबाद कस्बे में है.
'मां ने कहा- एनकाउंटर में मार दो'
विकास के साथ मुठभेड़ में 8 पुलिस जवानों की शहादत के बा उसकी मां ने भी अपने बेटे को भी मारने को कहा. विकास की मां ने कहा कि उनके बेटे ने बहुत बुरा किया और अगर वो सरेंडर करता है तो ठीक है, नहीं तो पुलिस उसको भी एनकाउंटर में मार दे.
वहीं पुलिसकर्मियों की शहादत पर शोक जताते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि इनका बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा. योगी ने साथ ही सभी शहीदों के परिजनों को 1-1 करोड़ रुपये की राशि का भी ऐलान किया था.
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