UP Crime: गाजियाबाद में बहला फुसलाकर और लालच देकर धर्मांतरण का मामला सामने आया है. पुलिस ने इस मामले में केरल के पादरी और एक महिला को सोमवार को गिरफ्तार किया है. इस मामले के सामने आने के बाद पूरे जिले में हड़कंप मच गया है. भाजपा युवा मोर्चा इंदिरापुरम मंडल के अध्यक्ष प्रवीन नागर ने बताया कि गांव कनावनी में धर्मांतरण के उद्देश्य से आए कुछ लोगों के मौजूद होने की सूचना मिली. इस पर पुलिस रविवार शाम को गांव में एक घर पर पहुंची. मौके पर एक महिला और पुरुष मौजूद मिले. लेकिन तब तक उनके बाकी साथी वहां से फरार हो चुके थे.
साल-1996 से हो रहा था धर्मांतरण
प्रवीन नागर का दावा है कि ये दोनों लोग मिशनरी हैं और लोगों को धर्मांतरण करने के बदले 25 गज का मकान व दो लाख रुपए नगद देने का लालच दे रहे थे. सूचना पर इंदिरापुरम थाने की पुलिस पहुंची और दोनों को कस्टडी में ले लिया. वहीं एसीपी स्वतंत्र कुमार सिंह ने बताया कि पकड़े गए अभियुक्त संतोष जोहन और महिला पति-पत्नी हैं. संतोष केरल के शेरून फेलोशी चर्च में पादरी है और साल-1996 से गाजियाबाद में ईसाई धर्म का प्रचार-प्रसार कर रहा है. एसपी ने बताया कि दंपति यूसीपीआई (यूनाइटेड) क्रिश्चयन प्रेयर फॉर इंडिया से संबंधित यूपी मिशन संस्था में साथ काम करते हैं.
एसपी कर रहे मामले की जांच
कनावनी गांव में इन्होंने धर्म के प्रचार-प्रसार के लिए एक कमरा किराए पर ले रखा था, जहां मिशन से जुड़े लोग एकत्रित होते थे. यहां पर ये दंपति धर्म का प्रचार-प्रसार करने के साथ लोगों को ईसाई धर्म से जुड़ने के लिए प्रेरित करते थे. पूछताछ में संतोष जोहन ने बताया, हमारी संस्था के प्रत्येक मेंबर को 20 लोगों को जोड़ने का टारगेट होता है. हम बच्चों को ईसाई धर्म के बारे में बताते हैं और उनसे प्रार्थना कराते हैं. पुलिस ने इस मामले में दंपति के विरुद्ध धर्म संपरिवर्तन प्रतिषेध अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है. एसपी स्वतंत्र कुमार सिंह ने बताया कि यह बहुत गंभीर मामला है. इसकी उच्च स्तरीय जांच कराई जा रही है और जांच के बाद जो तथ्य सामने आएंगे, उस पर प्रभावी कार्रवाई कर दोषियों को सजा दी जाएगी.
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