Kerala Crime News: केरल कि तिरुवनंतपुरम में एक युवती ने अपने बॉयफ्रेंड से संबंध तोड़ने के लिए कहा था, लेकिन लड़के ने संबंध तोड़ने से इनकार कर दिया. युवती ने उससे पीछा छुड़ाने के लिए अपने घर बुलाकर जूस में जहर देकर मौत के घाट उतार दिया. जिसके बाद पुलिस ने युवती को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने जब मामले की जांच पड़ताल की तब यह खुलासा हुआ कि युवती के बॉयफ्रेंड को जान से मारने की साजिश में युवती के दो रिश्तेदार भी शामिल थे.


मंगलवार (1 नवंबर) को पुलिस ने युवती के दोनों रिश्तेदारों को गिरफ्तार किया है. अपराध शाखा के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इस मामले में सबूत नष्ट करने के आरोप में युवती की मां और चाचा को गिरफ्तार किया गया है. 


युवती ने किया आत्महत्या का प्रयास


आरोपी युवती ग्रीष्मा ने अपना गुनाह कबूल कर लिया था. जिसके बाद उसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया, लेकिन गिफ्तारी से पहले ग्रीष्मा ने नेडुमंगाड थाने के शौचालय में जाने के दौरान कीटाणुनाशक खाकर आत्महत्या करने का प्रयास किया था. युवती को तुरंत अस्पताल ले जाया गया और उसकी स्वास्थ्य स्थिति स्थिर होने की पुष्टि के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया.


पुलिस कर्मियों के खिलाफ होगी सख्त कार्रवाई 


पुलिस अधीक्षक डी. सिल्पा ने संवाददाताओं से कहा कि उन महिला पुलिसकर्मियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी, जिन्हें आरोपी की निगरानी के लिए तैनात किया गया था और वह उसे निर्दिष्ट शौचालय के अलावा दूसरे शौचालय में ले गई थीं.


इस वजह से उतारा प्रेमी को मौत के घाट


जिले के परसाला निवासी शेरोन जिसकी उम्र 23 वर्ष थी उसको जहर देने की बात कबूल करने के बाद 30 अक्टूबर की रात ग्रीष्मा को हिरासत में ले लिया गया था. दरअसल, युवती का विवाह किसी अन्य व्यक्ति से तय हो गया था, इसलिए वह अपने प्रेमी से संबंध तोड़ने को कह रही थी.


उसने प्रेमी से कई तरीकों से पीछा छुड़ाने की कोशिश की, लेकिन बार-बार असफल होने के बाद उसे मारने का फैसला किया. उसके बयानों से यही प्रतीत हो रहा है. पुलिस ने कहा कि युवती ने 14 अक्टूबर को शेरोन को अपने घर आमंत्रित करने के बाद कथित तौर पर कीटनाशक से युक्त आयुर्वेदिक काढ़ा पीने के लिए दिया था.


प्रेमी ने नहीं किया युवती की भूमिका का जिक्र


मेडिकल कॉलेज में 10 दिनों से अधिक समय तक इलाज के बावजूद 25 अक्टूबर को शेरोन की मृत्यु हो गई थी. शेरोन की हालत बिगड़ने पर मेडिकल कॉलेज के अधिकारियों ने इसे कानूनी और चिकित्सा सहायता का मामला मानकर पुलिस को सूचित किया था. एक मजिस्ट्रेट ने 20 अक्टूबर को उसका बयान दर्ज किया था. मृत्यु से पूर्व अपने बयान में, शेरोन ने ग्रीष्मा या जहर देने में उसकी भूमिका के बारे में किसी तरह का कोई उल्लेख नहीं किया. शेरोन के परिवार का आरोप है कि युवती ने उसे मारने के लिए किसी तरह का जूस या काढ़ा पिलाया था.


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