लखनऊ : उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में एक डाक्टर को धमकी भरा खत मिला है. डाक विभाग की रजिस्ट्री के जरिए मिले इस खत में डाक्टर से 20 लाख की रंगदारी मांगी गई है. मोहद्दीपुर में टाइमिनियर हॉस्पिटल चलाने वाले डाक्टरर शशिकांत दीक्षित के पास बदायूं जेल में बंद कुख्यात चंदन सिंह के नाम से रंगदारी की धमकी भरा खत आया है.
उसको 20 लाख रुपए बदायूं जेल भेजने की हिदायत दी गई है
रजिस्टर्ड पत्र में उसको 20 लाख रुपए बदायूं जेल भेजने की हिदायत दी गई है. इसके दो दिन पहले भी गोरखपुर के शाही ग्लोबल हॉस्पिटल के मालिक सर्जन डा. शिव शंकर शाही को रंगदारी का फोन आया था. रामाश्रय यादव के नाम से गोरखपुर जेल से उसके गुर्गे संजय यादव ने कथिततौर पर मोबाइल पर 20 लाख रुपए देने की धमकी दी थी.
डा. शशिकांत दीक्षित को दोपहर रजिस्टर्ड डाक से एक पत्र आया
मोहद्दीपुर में सर्जन डा. शशिकांत दीक्षित को दोपहर रजिस्टर्ड डाक से एक पत्र आया. पत्र भेजने वाले का नाम सोनू सिंह लिखा था. पत्र के अंदर बदायूं जेल में बंद चंदन सिंह के नाम से 20 लाख रुपए की रंगदारी मांगी गई है. चंदन ने शशिकांत को अपना पुराना परिचित बताया है. उनसे रंगदारी नहीं देने पर अपने पिछले कारनामों की याद दिलाकर उनकी हत्या की धमकी दी है.
शहर के दर्जनों डाक्टरों ने मीटिंग कर सीएम से सुरक्षा की मांग की है
आज इसी मुद्दे को लेकर इंडियन मेडिकल एशोसिएशन के बैनर तले शहर के दर्जनों डाक्टरों ने मीटिंग कर सीएम से सुरक्षा की मांग की है. इसबीच रंगदारी के बारे में सूचना पाकरपुलिस अधिकारी भी चौंके पड़े हैं. क्योंकि चंदन सिंह का नाम गोरखपुर ही नहीं बल्कि पूरे पूर्वांचल में दहशत का पर्याय बन चुका है.
चंदन पर 50 हजार का इनाम था और वह वर्तमान में बदांयू जेल में बंद है
चंदन पर 50 हजार का इनाम था और वह वर्तमान में बदांयू जेल में बंद है. यह पत्र 1 जुलाई को भेजा गया है पर पुलिस इस एंगल पर भी काम कर रही है कि कहीं ऐसा तो नहीं कि चंदन ने यह पत्र कल गोरखपुर में पेशी पर आने के दौरान दिया हो ? चंदन सिंह जब गोरखपुर जेल में बंद था तब भी उसने गोरखपुर, देवरिया और मऊ के कई डाक्टरों से रंगदारी मांगी थी.
उसकी दहशत के कारण ही उसे बदांयू जेल शिफ्ट किया गया था
उसकी दहशत के कारण ही उसे बदांयू जेल शिफ्ट किया गया था. इस धमकी भरे पत्र के आने के बाद से डाक्टर शशिकांत डरे हुये हैं. अब पुलिस से सुरक्षा की मांग कर रहे हैं. लगभग दो दशक पहले गोरखपुर में डाक्टरों को धमकी देकर रंगदारी वसूलने वाले अपराधी अमित मोहन वर्मा के एनकाउंटर के बाद से माहौल शांत था, पर इन दो घटनाओं ने शहर के सभी डाक्टरों की नींदें उड़ा दी हैं.