नई दिल्ली: गुरुग्राम के सेक्टर 43 अपार्टमेंट में एक 29 साल की महिला डॉक्टर रहस्यमय परिस्थितियों में मृत पाई गईं. पुलिस अधिकारियों ने यह जानकारी दी. पुलिस ने कहा कि सोनम मोर, जो गुरुग्राम के फोर्टिस अस्पताल में काम करती थीं, अपने फ्लैट में फर्श पर पड़ी मिलीं. पुलिस ने कहा कि कुछ गोलियां कमरे के अंदर बिस्तर पर बिखरी पड़ी थीं. महिला के पिता ओंकार लाल मोती ने उनके ससुराल वालों पर दहेज उत्पीड़न और आत्महत्या करने के लिए उसे उकसाने का आरोप लगाया.


ओंकार ने यह भी दावा किया कि उनके दामाद शिखर मोर, जो दिल्ली के एम्स ट्रॉमा सेंटर में एक डॉक्टर हैं, एक ड्रग एडिक्ट हैं और अक्सर उनकी बेटी को मारते और प्रताड़ित करते थे. उन्होंने ने कहा, "मेरी बेटी को 11 मई, 2018 को शादी के तुरंत बाद उसके पति और ससुराल वालों ने दहेज के लिए परेशान करना शुरू कर दिया. मुझे यह भी पता चला कि उसका पति एक ड्रग एडिक्ट है और उसे ड्रग्स का सेवन शुरू करने के लिए मजबूर कर रहा था."


महिला के पिता ने कहा कि उसके ससुरालवालों ने उसका पैर भी तोड़ दिया था और लगातार प्रताड़ना के कारण वह शारीरिक और मानसिक रूप से ठीक नहीं थी. उन्होंने कहा कि कुछ समय के लिए सोनम हमारे साथ कोटा, राजस्थान में रहती थी लेकिन दिल्ली लौटने पर शिखर ने उसे स्वीकार नहीं किया. इस साल सितंबर में सोनम ने एम्स ट्रॉमा सेंटर में अपनी नौकरी छोड़ दी और फोर्टिस ज्वाइन कर लिया था.


इस बीच, गुड़गांव पुलिस ने सुशांत लोक पुलिस स्टेशन में कानून की संबंधित धाराओं के तहत एक प्राथमिकी दर्ज की है. पुलिस पीआरओ सुभाष बोकन ने कहा, "हम मामले की जांच कर रहे हैं और पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं. मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला."


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