6 अक्टूबर को हरियाणा के हिसार में 35 साल के कारोबारी राममेहर फैक्ट्री में अपना काम खत्म कर घर के लिए करीब 11 बजे निकले थे. 43 किलोमीटर की दूरी तय कर एक घंटे में घर पहुंचने वाले थे लेकिन 40 मिनट में कुछ ऐसा हुआ कि परिवार और पुलिस को उनकी जलती हुई गाड़ी और गाड़ी में भस्म हो चुका केवल उनका कंकाल ही मिला. राममेहर की गाड़ी उनके रोजाना में इस्तेमाल आने वाले रूट पर ना होकर लिंक रोड पर मिली थी और उनका जला हुआ कंकाल ड्राइवर के साथ वाली सीट पर ,जिसके बाद अंदेशा यह भी जताया जा रहा था कि बदमाश उनकी गाड़ी चला रहा होगा.


पुलिस ने भाटला से महजत रोड़ पर जाकर देखा तो एक गाड़ी और उसमें एक व्यक्ति जला हुआ मिला. उसी दौरान राममेहर के परिजन भी मौका पर पहुंचे थे. राममेहर ने फोन पर अपने परिजनों को जानकारी देते हुए कहा था कि महजत रोड पर दो मोटरसाइकिल और एक कार उसका पिछा कर रहे है. वह उसे मार देंगे. जल्दी आ जाओ, बचा लो!


कारोबारी ने खुद रची थी साजिश
48 घंटों की तफ्तीश के बाद हरियाणा पुलिस को इस केस में बहुत बड़ी सफलता हाथ लगी है जो हैरतअंगेज लूट और मर्डर से भी ज्यादा चौंकाने वाला है. दरअसल ये पूरा लूटपाट और मर्डर खुद राममेहर ने एक साजिश के तहत प्लान किया था. हांसी (हिसार) के एसपी लोकेंद्र सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में जानकारी देते हुए बताया कि हमारे पास लूट और मर्डर कि सूचना आई थी. मौत जलाने के बाद हुई थी ऐसा ज्ञात हुआ.


पुलिस ने कहा, राम मेहर ने रात करीब सवा 11 बजे परिवार को फोन किया कि बदमाश पीछे लगे हैं बचा लों. हमारी पुलिस 5 मिनट में पहुंच गई थी. हम वहां पहुंचे तो देखा गाड़ी जल रही थी और उसमें एक बॉडी थी वो भी पूरी तरह से जल चुकी थी. अभी हमारी इन्वेस्टिगेशन में यह सामने आया कि यह व्यक्ति राममेहर मरा ही नहीं है. बिलासपुर छत्तीसगढ़ में उसे पाया गया है. एसपी ने राममेहर का 9 अक्टूबर की दोपहर 3 बजे लिया गया फोटो और 9 अक्टूबर का छत्तीसगढ़ का अखबार 'हरिभूमि ' हाथ में पकड़े राममेहर का वीडियो भी मीडिया के सामने सबूत के तौर पर शेयर किया.


आखिर क्यों रची साजिश?
दुर्घटना के कई पहलुओं को मद्देनजर रखते हुए पुलिस की तीन टीमें लगातार इस मामले की जांच कर रही थी. पुलिस को गाड़ी से मोबाइल नहीं मिला था. जिसके बाद शक गहरा रहा था. पुलिस ने इसके बाद मोबाइल पर कॉलिंग के नंबर और रात के समय वहां पर नेटवर्क के नंबर ट्रैस किए थे, जिसके बाद पुलिस को इस मामले में संदिग्धता नजर आ रही थी. पुलिस अधीक्षक हांसी ने तीन टीमों का गठन करते हुए घटना की सच्चाई का पर्दाफाश किया और ' मृत' राममेहर को अशोक नगर जिला बिलासपुर से जिंदा गिरफ्तार किया गया.


आरोपी व्यापारी ने खुद रची इस साजिश को क्यों अंजाम दिया, यह अभी साफ नहीं हो पाया है. राममेहर से गहनता से पूछताछ कर घटना में रची साजिश का पूरा सच बाहर निकाला जाएगा.


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