नई दिल्ली: दिल्ली के रोहिणी इलाके में हनी ट्रैप का एक मामला सामने आया है. कुछ लोग इलाके के नामी बिल्डर्स और दूसरे लोगों को हनी ट्रैप में फंसाकर लाखों की उगाही करते थे. इस मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. वहीं पुलिस ने कई लड़कियों और दूसरे आरोपियों की तलाश जारी रखी है. आरोप है कि इन लोगों ने रोहिणी में एक बिल्डर को फ्लैट दिखाने के बहाने पहले नशीला पदार्थ पिलाकर बेहोश किया और फिर नशे के हालत में एक लड़की के साथ उसकी वीडियो बना ली. इसके बाद वीडियो दिखाकर बिल्डर को डराया धमकाया और उससे 17 लाख रूपये  की उगाही की. इस मामले में अब और भी कई पीड़ित सामने आ रहे हैं.


आरोपियों का नाम ललित कुमार और गौरव त्यागी है. इन दोनों को दिल्ली पुलिस की स्पेशल स्टाफ रोहिणी कोर्ट में पेश किया गया था. ये लोग भोले भाले लोगों को किसी फ्लैट में ले जाते थे और उन्हें नशीला पदार्थ खिलाकर बेहोश कर देते थे. इसके बाद वे उस शख्स का किसी लड़की के साथ वीडियो बनाते थे और फिर उसे वीडियो दिखाकर ब्लैकमेल करते थे. ये लोग पीड़ित शख्स को रेप के मामले में फंसाने की धमकी देते थे. डर के मारे पीड़ित इनको मोटी रकम देकर अपनी जान छुड़ाते थे.


इसी तरह इन लोगों ने रोहिणी के एक नामी बिल्डर को फ्लैट दिखाने के बहाने बुलाया और उसे कोल्डड्रिंक में नशीला पदार्थ मिलाकर पिला दिया. जैसे ही इस बिल्डर ने कोल्ड्रिंग पी तो वो बेहोश होने लगा. 10 से 15 मिनट बाद जब बिल्डर को होश आया तो उसने देखा कि वह नग्न हालत में है और उसके बगल में एक लड़की है. लड़की रो रही थी और उसके मां-बाप भी साथ में थे जिनका कहना था कि इस लड़की के साथ आपने गलत काम किया है. वीडियो दिखाकर इन्होंने बिल्डर को डराया और उससे 17 लाख रूपये वसूल लिए.


इसके बाद पीड़ित बिल्डर ने पुलिस में इसकी शिकायत की. आला अधिकारियों ने इसकी जांच स्पेशल स्टाफ को सौंप दी. स्पेशल स्टाफ ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए गिरोह के मास्टरमाइंड ललित कुमार और दूसरे गौरव त्यागी को गिरफ्तार कर लिया है. साथ में जो लड़कियां उनके साथ मिलकर इस गिरोह को अंजाम दे रही थी उनकी पहचान हो चुकी है जिनकी गिरफ्तारी अभी बाकी है.


पुलिस सूत्रों की मानें तो पकड़े गए लोगों ने कबूल किया है कि उन्होंने 14 से 15 लोगों को इस तरह से हनी ट्रैप में फंसाकर लाखों की उगाही की है. साथ में कुछ लड़कियां और महिलाएं भी इस ग्रुप में शामिल होती थीं जिनकी अभी तलाश जारी है. फिलहाल इन दोनों को रोहिणी कोर्ट में पेश किया गया.


क्या है हनी ट्रैप?


असल में हनी ट्रैप के तहत किसी भी व्यक्ति/दुश्मन/शिकार से खुफिया जानकारी निकालने या ब्लैकमेल करने के लिए किया जाता है. जासूसी एजेंसियां इसका इस्तेमाल करती रही हैं. खुफिया जानकारियां आदि निकालने के लिए लड़की या लड़के को शिकार के पास भेजा जाता है. हवस और भावनाओं का जाल बिछाकर शिकार को उसमें फंसाया जाता है. फिर फंस जाने के बाद उसका इस्तेमाल फंसाने वाला अपने हिसाब से करता है.